पुलिस ने गला दबाकर मुझे धकेला : प्रियंका गांधी

पुलिस ने गला दबाकर मुझे धकेला : प्रियंका गांधी



लखन‌ऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को शनिवार शाम लखनऊ में रिटायर्ड आईपीएस एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने जाने के दौरान जगह-जगह रोका। पुलिस ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ फेसबुक पोस्ट लिखने पर दारापुरी को गिरफ्तार किया है। प्रियंका का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रास्ते में रोक दिया। जब वे पैदल चलने लगीं तो एक महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और गला दबाया। हालांकि, बाद में प्रियंका ने दारापुरी की पत्नी से उनके घर पहुंचकर मुलाकात की।



  • प्रियंका ने कहा- ''अचानक पुलिस मेरी गाड़ी के सामने आ गई और मुझे रोक दिया। जब मैंने इसका कारण पूछा तो कोई जवाब नहीं दिया गया। पुलिस यही कहती रही कि आप नहीं जा सकतीं। इसके बाद मैं पदल चलने लगी तो एक महिला पुलिसकर्मी ने धक्का दे दिया और मेरा गला दबाया। मैं गिर गई जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने मुझे उठाया। मुझे दो बार रोका गया।''


  • ''मैं एसआर दारापुरी के परिवार से मिलने गई थी। वे 70 साल के सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी हैं। उन्हें पुलिस ने सिर्फ एक फेसबुक पोस्ट लिखने के लिए घर से उठा लिया। वे 19 दिसंबर से पुलिस हिरासत में हैं, उनके परिवार के सदस्य परेशान हैं। मुझे उनसे मिलना था, इसलिए मैं पुलिस के रोके जाने के बाद भी बाइक से आगे बढ़ी, लेकिन पुलिस ने उसे भी रोक दिया।''


  • इस मामले में कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने कहा, ''हम प्रियंका गांधी के साथ धक्का-मुक्की की निंदा करते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाना चाहिए।''


देशभक्ति के नाम पर लोगों को डराया जा रहा, लेकिन आवाज बुलंद रखेंगे


इससे पहले प्रियंका ने कांग्रेस के 135वें स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी मुख्यालय में सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नए कानून के विरोध में दूसरी पार्टियां खुलकर नहीं बोल रहीं, वे सरकार से डर रही हैं। देशभक्ति के नाम पर लोगों को डराया जा रहा है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। अकेले भी रहेंगे तब भी आवाज बुलंद करेंगे। जो देशभर में एनआरसी की चर्चा फैलाते हैं, आज कहते हैं कि इस पर कोई चर्चा ही नहीं हुई थी। ये देश आपको (सरकार) पहचान रहा है, आपकी कायरता को पहचान रहा है और आपके झूठों से ऊब चुका है।


हिंसा से प्रभावित प्रदर्शनकारियों के परिवार से मिल रही हैं प्रियंका


प्रियंका फिलहाल यूपी के दौरे पर हैं, वह हिंसा में गिरफ्तार हुए या मारे गए लोगों के परिजन से मिल रही हैं। उन्होंने बिजनौर में हुए प्रदर्शन के दौरान मारे गए प्रदर्शनकारियों के परिवारों से पिछले रविवार को मुलाकात की थी। प्रियंका ने कहा था कि जब पीड़ित परिवार एफआईआर दर्ज कराने जा रहे हैं तो उन्हें धमकाया जा रहा है। हिंसा में हुई मौतों की न्यायिक जांच होनी चाहिए।



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