महिला ने 6 बच्चों को जन्म दिया; इनमें 4 बेटे-2 बेटियां, दोनों बच्चियों की मौत

श्योपुर. जिला अस्पताल में शनिवार को एक महिला ने एक साथ 6 बच्चों को जन्म दिया। इनमें 4 बेटे और 2 बेटियां हैं। महिला की सामान्य डिलीवरी हुई। डिलीवरी कराने वाले डॉक्टर हैरान हैं, उन्होंने कहा कि अपने 28 साल की सेवा में ऐसा केस नहीं देखा है। ये पहली घटना है, जहां प्रसूता ने एक साथ 6 बच्चों को जन्म दिया है। हालांकि 2 नवजात बच्चियों को नहीं बचाया जा सका। एसएनसीयू में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जन्म के बाद सभी छह बच्चों को जन्म के बाद एसएनसीयू में भर्ती कराया गया है। वहां चार बच्चों का डॉक्टरों की निगरानी में इलाज चल रहा है।


श्योपुर जिले के बड़ौदा कस्बा निवासी मूर्ति पत्नी विनोद माली को करीब साढ़े छह माह का गर्भ था। शनिवार को पेटदर्द की शिकायत पर महिला को परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर ने प्राथमिक परीक्षण के बाद महिला को सोनोग्राफी कराने की सलाह दी। जिसमें महिला के गर्भ में चार बच्चे दिखाई दिए, महिला को प्रसव पीड़ा अधिक होने पर डॉक्टर ने उसकी डिलिवरी कराने का निर्णय लिया।


हैरान रह गया डॉक्टर और स्टॉफ 
सामान्य प्रसव के दौरान जब चार से अधिक बच्चे पैदा हुए तो यह देखकर प्रसव कराने वाले डॉक्टर और पूरा स्टॉफ हैरान रह गया। प्रसव कराने वाले डॉक्टर बीएल यादव का कहना है कि उनके करीब 28 साल के करियर में यह पहली घटना है। जहां उन्होंने 6 बच्चों का एक साथ प्रसव कराया है। महिला की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।


चर्चा का विषय बना छह बच्चों का जन्म


अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. आरबी गोयल का कहना है कि आज सुबह ही प्रसव हुआ और महिला ने 6 बच्चों को जन्म दिया है। हालांकि बच्चों का जन्म समय से पहले हुआ है, इसलिए उनका वज़न कम है। उन्हें शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में 6 बच्चों को जन्म देने वाली महिला पूरे शहर में चर्चा का विषय है।


सागर में महिला ने दिया 4 बच्चों को जन्म दिया था, इनमें 3 बेटे, एक बेटी
25 सितंबर 2018 को सागर जिले के बंडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया था। अस्पताल की नर्स गीता साहू ने बताया कि महिला ने सुबह 8.20 बजे पहले शिशु, 8.30 बजे दूसरे, 8.40 पर तीसरे तथा 8.47 पर चौथे शिशु को जन्म दिया। उन्होंने बताया इनमें तीन बालक एवं एक बेटी है। हालांकि बच्चों का वजन बेहद कम था। इनमें दो बच्चों का वजन 550-550 ग्राम जबकि अन्य दो बच्चों का वजन 500-500 ग्राम निकला था। जबकि एक स्वस्थ शिशु का जन्म के समय सामान्य वजन 2.500 किलोग्राम होना चाहिए। चारों बच्चे अब स्वस्थ्य हैं।


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