मेडिकल की काेचिंग कर रहे छात्र फंदे पर लटका मिला
इंदौर. मेडिकल की कोचिंग कर रहे एक छात्र ने शुक्रवार को फांसी लगाकर जान दे दी। शाम को दोस्त कॉलेज से लौटा और काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद 2 घंटे तक गेट खुलने का इंतजार करता रहा। सूचना के बाद पुलिस ने गेट तोड़ा तो छात्र फंदे पर लटका था। शनिवार को इंदौर पहुंचे परिजन का कहना है कि उसने यह कदम क्यों उठाया, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
घटना जावरा कंपाउंड स्थित एक हॉस्टल में हुई। मूल रूप से रीवा निवासी ओंकार पिता चंद्रपाल गुप्ता अपने एक दोस्त के साथ यहां किराए से रह रहा था। दोस्त ने पुलिस को बताया कि वह शुक्रवार सुबह 8 बजे कॉलेज चला गया था। शाम को करीब 5 बजे वह वापस हॉस्टल पहुंचा तो दरवाजा बंद था। उसने ओंकार के मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन रिसीव नहीं हुआ। वह करीब 2 घंटे तक रूम के बाहर टहलता रहा। इसके बाद उसने हॉस्टल संचालक को जानकारी दी।
दोस्त की सूचना के बाद पुलिस ने गेट तोड़ा
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रों की मदद से दरवाजा तोड़ा तो अंदर ओंकार फंदे पर लटक रहा था। तलाशी लेने पर उसके पास से सुसाइड नोट नहीं मिला। इस पर पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त करके परिजन को सूचना दी।
अप्रैल महीने में आया था इंदौर
परिजन ने बताया कि ओंकार अप्रैल 19 में नीट की तैयारी के लिए रीवा से यहां आया था। सुबह उसने नाना से बात की थी, तब तो वह अच्छे से बात कर रहा था। उसे पढ़ाई के साथ ही किसी अन्य प्रकार की कोई परेशानी नहीं थी। परिवार में वह दो बहनों में इकलौता भाई था।
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