इमाम चौको पर फातेहा की मिलनी चाहिए अनुमति : एडवोकेट शमशाद आलम
- गणेश चतुर्थी और मोहर्रम का जुलूस ना निकालने के लिए लोगों को सहमत कर लेना जिला प्रशासन की सफलता को दर्शाता है : ई.मो.मिन्नतुल्लाह
गोरखपुर। मोहर्रम की नौवीं एवं दसवीं को इमाम चौक पर फातिहा करने की छूट दी जानी चाहिए यह मांग गोरखपुर की जिला प्रशासन से राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ_ भारत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ) व समाजसेवी शमशाद आलम एडवोकेट ने की। उन्होंने कहा कि कोरोना काउंट में मोहर्रम के जुलूस पर पाबंदी लगाना सराहनीय है जिसका हम सब समर्थन करते हैं एवं स्वागत करते हैं। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जिस तरह से गणेश चतुर्थी और मोहर्रम का जुलूस निकाला जाए इसके लिए जिला प्रशासन ने जिस तरह की पहल की है यकीनन वह बधाई का पात्र है।
वहीं राष्ट्रीय प्रवक्ता राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ _भारत ई.मो. मिन्नतुल्लाह ने कहा कि मोहर्रम में सभी धर्मों की आस्था होती है जो नौवीं एवं दसवीं मोहर्रम के दिन देखने को मिलती है, जहां इमाम चौक ऊपर सभी धर्मों के लोग अपनी साल भर की मनोकामना लेकर फातेहा और पूजा करने आते हैं। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए देश और प्रदेश के सभी जिलों की इमाम चौको पर फातेहा व पूजा करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
और लोगों की आस्था का जिला प्रशासन को ख्याल रखना चाहिए और मध्य का ऐसा रास्ता चुनना चाहिए जिससे कि इस कोरोना वैश्विक महामारी के दौर में मध्य का रास्ता निकल सके और लोगों की आस्था भी बरकरार रहे और हम कोरोनि जैसी वैश्विक महामारी पर विजय भी प्राप्त कर सकें।
Comments
Post a Comment