प्रशांत भूषण ने कहा, मैं एक रुपये का जुर्माना भरूँगा पर पुनर्विचार याचिका भी डालूँगा
नई दिल्ली। जाने-माने वकील प्रशांत भूषण ने न्यायालय की अवमानना मामले में 1 रुपया जुर्माना देना स्वीकार कर लिया है पर साथ ही कहा है कि वो इसके ख़िलाफ़ पुनर्विचार याचिका भी दायर करेंगे.उन्होंने कहा कि वो पहले ही कह चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट उन्हें जो सज़ा देगा वो उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जिस चीज़ (अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता) के लिए उन्हें दोषी ठहराया है वो हर नागरिक के लिए सबसे बड़ा कर्तव्य है.उन्होंने कहा, "वो न्यायापालिका का सम्मान करते हैं और उनके ट्वीट सुप्रीम कोर्ट और न्यायपालिका का अपमान करने के लिए नहीं थे बल्कि इसलिए थे क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के हाल के रिकॉर्ड थोड़े फिसल गए थे. यह मुद्दा नहीं है कि वो मेरे बनाम सुप्रीम कोर्ट का मामला है. सुप्रीम कोर्ट को जीतना चाहिए क्योंकि जब भी सुप्रीम कोर्ट जीतता है, स्वतंत्र होता है तो हर भारतीय जीतता है. सुप्रीम कोर्ट कमज़ोर होता है तो वो लोकतंत्र के हर एक नागरिक को कमज़ोर करता है."प्रशांत भूषण ने अपने समर्थन में खड़े हुए पूर्व जजों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों का शुक्रिया किया.उन्होंने कहा, "यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मज़बूती देगा और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को शक्ति मिलेगी, कई लोगों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का आधार समझा है. जो कुछ लोग हताश हो गए थे वो खड़े हो गए. इस देश में हो रहे अन्याय के ख़िलाफ़ लोगों को हिम्मत मिली है."
उन्होंने अपने वकील राजीव धवन और दुष्यंत दवे का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि 'इस देश में लोकतंत्र मज़बूत होगा, सुप्रीम कोर्ट मज़बूत होगा, सत्यमेव जयते.'
अवमानना की सज़ा एक रुपया
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जाने-माने वकील प्रशांत भूषण को अवमानना मामले में दोषी ठहराने के बाद एक रुपये का जुर्माना लगाया था.फ़ैसले के बाद प्रशांत भूषण ने ट्वीट करके बताया कि उनके वकील राजीव धवन ने उन्हें जुर्माने की राशि के लिए एक रुपया दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया.
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