सिवनी में उद्घाटन से पहले ही बाढ़ में बह गया दो महीने पहले बना पुल


  • मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में वैनगंगा नदी की बाढ़ ने खोली पुल के घटिया निर्माण की कलई

  • बाढ़ की वजह से जिले में दो पुल ताश के पत्तों की तरह बह गए. दोनों पुलों के बहने की अब सेतु विभाग कराएगा जांच


सिवनी. मध्य प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ की वजह से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. लगातार बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जिससे लोग बेघर हुए हैं और करोड़ों का नुकसान हुआ है. सबसे चौंकाने वाली खबर सिवनी  जिले से आई है, जहां वैनगंगा नदी में आई बाढ़ से दो पुल बह गए. जी हां, सिवनी जिले में दो महीने पहले बना एक पुल उद्घाटन से पहले ही बह गया. वहीं, 10 साल पुराना एक अन्य पुल भी बाढ़ के पानी की भेंट चढ़ गया है. भीषण बाढ़ का पानी जब उतरा तो भयावह तस्वीरें सामने आई हैं.


वैनगंगा नदी पर बने दो बड़े पुल के बह जाने से निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं. सिवनी में बाढ़ के कारण ध्वस्त हुआ एक पुल जहां करीब 10 वर्षो पहले भीमगढ़ में बना हुआ था. वहीं दूसरा पुल दो महीने पहले ही सुनवारा गांव के नजदीक बनाया गया था. सुनवारा पुल का कुछ दिनों में उद्घाटन होना था, लेकिन बाढ़ ने पुल निर्माण में भ्रष्टाचार की पोल खोलकर रख दी है. बाढ़ की कहानी सामने आने के बाद अब सेतु विभाग इस मामले की जांच की बात कह रहा है. इधर, दोनों पुल के टूट जाने से ग्रामीण इलाकों में आवाजाही बुरी तरह प्रभावित है.


सिवनी के पीएमजीएसवाई के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर जेपी मेहरा ने बताया कि दोनों पुल उच्च क्षमता वाले पुल थे. भीमगढ़ पुल करीब 10 साल पहले 3 करोड़ से अधिक की लागत से PWD ने बनवाया था. वहीं, सुनवारा पुल का निर्माण करीब 4 करोड़ की लागत से PMGSY ने कराया था. मेहरा ने बताया कि दो महीने पहले बने सुनवारा पुल का आधिकारिक तौर पर उद्घाटन भी नहीं हो पाया था. पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोपों की बात पर जेपी मेहरा ने कहा कि विभाग इसकी गंभीरता से जांच कराएगा.


 


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