लायक पूर्व मुख्यमंत्री बताएं-ग्वालियर चंबल संभाग के लिए टाइम क्यों नहीं था : शिवराज
भोपाल। कौन लायक है, कौन नालायक है यह तो जनता तय करती है। जो सभी को एक भाव से देखे, गरीबों का सम्मान करे, किसानों के कल्याण की योजना बनाये, वो क्या है यह फैसला जनता को करना है। मुझे कोई नालायक कहे, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, मैं तो वैसे भी जनता का सेवक हूँ। लेकिन मेरे बारे में टिप्पणी करने वाले कमलनाथ जी को पहले जनता के सवालों का जवाब देना चाहिए। उन्हें यह बताना चाहिए कि ग्वालियर-चंबल संभाग के जनप्रतिनिधियों के लिए उनके पास समय क्यों नहीं होता था? क्या उन्होंने अपनी 15 महीनों की सरकार में 5 मिनट भी इस क्षेत्र में बिताए? यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कही।
सवालों का जवाब दें पूर्व मुख्यमंत्री
श्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को संबोधित करते हुए कहा कि कर्ज माफी के झूठे सर्टिफिकेट पकड़ाकर आपने सहकारी बैंकों को तक को पूरा पैसा नहीं दिया। क्या यह बैंकों के साथ धोखा नहीं है? आपको बताना पड़ेगा कि किसान सम्मान निधि का पैसा जो प्रधानमंत्री सीधे किसानों को देते हैं आपने उसे क्यों अटकाया? बाढ़ के हालातों में किसानों के बीच ग्वालियर चंबल संभाग में क्यों नहीं पहुंचे? आपने संबल योजना क्यों बंद की इसका जवाब देना पड़ेगा।
क्या यह लायकी की बात है?
श्री चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने अपने 15 महीनों के शासन में यह वल्लभ भवन को दलालों के अड्डा बना दिया, क्या यह लायकी की बात है? क्या यह लायकी है कि आपकी सरकार ने पूरे प्रदेश के विकास को ठप्प कर दिया? आपने गरीबों की अंतिम संस्कार के पैसे छीन लिए और गरीब बहनों को प्रसव के अवसर पर मिलने वाले 16000 रुपये भी छीन लिए। आपको जवाब देना पड़ेगा कि बेटियों के लिए लाडली लक्ष्मी योजना को आपने क्यों ठंडे बस्ते में डाला और बुजुर्गों की तीर्थ दर्शन यात्रा को आपने क्यों रुकवाया। अगर मुख्यमंत्री के तौर पर आप सहयोग करते, तो प्रदेश के गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना के और भी मकान मिल सकते थे, लेकिन आपने सहयोग क्यों नहीं दिया? गरीबों के सहायता की योजनाओं को बंद करके क्या आपने जनता से धोखा नहीं किया?
माफिया को संरक्षण वाले मंत्रियों के बयान याद हैं न?
श्री चौहान ने कहा कि कमलनाथ जी को शराब माफिया और रेत माफिया को संरक्षण दिए जाने संबंधी अपने मंत्रियों के बयान याद हैं न? क्या कमलनाथ जी यह भी भूल गए कि ग्वालियर-चंबल संभाग से एक मंत्री जो आज नदी बचाने का नाटक कर रहे हैं, वो जनता से कह रहे थे कि हमें माफ कर दो, हम रेत का अवैध खनन नहीं रोक पाये। श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जब भारत के संविधान की शपथ लेता है तब पूरे प्रदेश के प्रति, वहां के नागरिकों के प्रति समान भाव की शपथ लेता है, लेकिन अब आप कह रहे हो कि मैंने तो ग्वालियर किसी और पर छोड़ दिया था? श्री चौहान ने कहा कि कितने भोले हैं कमलनाथ जी आप, क्या जनता इस भोलेपन को मान लेगी? आप भोलेपन का कितना भी नाटक कर लें, लेकिन ग्वालियर-चंबल संभाग की आपकी सरकार ने जो उपेक्षा की है, उसके साथ जो भेदभाव किया है, उसे जनता कभी भूलने वाली नहीं है।
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