MP : यह 'दिग्गी राजा' की राजनीतिक धाक है या राजधानी पुलिस का प्रपंच ?


  • पूर्व मुख्यमंत्री के पहुंचने से पहले ही पुलिस ने दर्ज कर ली इस बिल्डर के खिलाफ FIR


भोपाल। राजधानी भोपाल की दाम खेड़ा बस्ती जहां बाढ़ ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई. इस बस्ती में दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दो दिन पहले बस्ती का दौरा किया और मृतक के परिवार से मुलाकात भी की थी. दिग्विजय सिंह आज 3 सितंबर को लापरवाह बिल्डर के खिलाफ FIR दर्ज कराने कोलार थाने जाने वाले थे. लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने बिल्डर के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.


कोलार इलाके में पैलेस आर्च्ड की बाउंड्री बॉल गिरने से चेनु मास्टर नाम के शख्स की मौत हो गयी थी. कोलार पुलिस ने इस मामले में पैलेस आर्च्ड कॉलोनी बनाने वाले स्वदेश बिल्डर नितिन अग्रवाल के खिलाफ आईपीसी धारा 304-A में एफआईआर दर्ज की है. इस हादसे के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कोलार क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित लोगों से मुलाकात की थी. वो चेनु मास्टर के परिवार से भी मिले थे. उन्होंने कहा था कि कमजोर दीवार गिरने से एक मासूम इंसान की अचानक मृत्यु हुई. इसकी पूरी जिम्मेदारी बिल्डर की है.इसलिए बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की जाना चाहिए.


बीजेपी पर गंभीर आरोप


दिग्विजय सिंह ने क्षतिग्रस्त भवनों का निरीक्षण करते हुए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि क्षेत्र का पार्षद बीजेपी का, विधायक बीजेपी का और सांसद भी बीजेपी का. लेकिन इनमें से कोई भी जनता की सुध लेने नहीं आया. उन्होंने कहा मैंने सांसद का चुनाव लड़ा लेकिन नहीं जीत पाया.नरेश ज्ञानचंदानी ने विधायक का चुनाव लड़ा वो भी नहीं जीत पाए लेकिन उसके बाद भी आपके बीच आपके हक़ की लड़ाई लड़ने के लिए हम खड़े हैं .


3 सितंबर के लिए ट्वीट


दिग्विजय सिंह ने बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था कि भाजपा के 15 वर्षों के शासन काल में कोलार में बहुत बड़े पैमाने पर शासकीय ज़मीनों में हेरा फेरी हुई है. उसकी कहानी भी उजागर करना है. रिसर्च कर रहा हूँ. उस दीवार का निर्माण इतना घटिया है कि उसी बिल्डर के द्वारा बनाई हुई मल्टी स्टोरी बिल्डिंग भी ख़तरे में है. मैंने तय किया है उस बिल्डर के विरुद्ध FIR दर्ज कराने मैं तीन सितंबर को कोलार थाने जाउंगा। दिग्विजय सिंह ने इस बात को लेकर भी ट्वीट किया था कि 24 अगस्त को वही दीवार एक और जगह से ढहने के कारण एक और मकान की क्षति हुई थी और स्कूटर भी टूट गया था. लेकिन प्रशासन भाजपा के दबाव में चुप है. पीड़ित को आज तक कोई मुआवज़ा नहीं मिला. बिल्डर के ख़िलाफ़ पुलिस को एफआईआर करनी थी. वह भी नहीं की गई. उन्होंने इस बात का आरोप भी लगाया था कि 31 अगस्त को भोपाल के कोलार क्षेत्र में भारी वर्षा के बाद अचानक कलियासोत बांध के सभी 12 गेट खोल दिए गए. जबकि घोषणा सिर्फ 3 गेट खोलने की थी. अचानक खोलने से दामखेडा के गरीब लोगों की बस्ती में पानी भरने से भारी नुक़सान हुआ। 


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