मध्य प्रदेश : उप चुनाव - महाराज और महल की प्रतिष्ठा दांव पर, सिंधिया के बदले सियासी सुर
भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा उपचुनाव में महाराज ( सांसद) ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं ग्वालियर महल की प्रतिष्ठा दांव पर है। महाराज के बदले तेवर तो यही जाहिर कर रहे हैं। इस उपचुनाव में पहले वे भाजपा और विकास के नाम पर वोट मांग रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वे महल (सिंधिया राजपरिवार)के नाम पर वोट मांगने लगे हैं।
हाल ही में उन्होंने ग्वालियर-चंबल में चुनावी सभाएं की है, जिसमें उनके सियासी सुर बदले हुए दिखाई दिए। डबरा में इमरती देवी और बमौरी में महेंद्र सिंह सिसोदिया के लिए चुनावी सभा में महाराज आक्रामकता की सीमाओं से भी पार जाते दिखे। यही नहीं अब सिंधिया चुनावी मंच से मोदी या शिवराज सरकार के काम की बजाए सिंधिया राजपरिवार की प्रतिष्ठा का हवाला देते हुए वोट मांग रहे हैं। आखिर बीच चुनाव के दौरान सिंधिया में आए इस बदलाव का कारण क्या है? सिंधिया ने बमौरी में कहा कि यह चुनाव महेंद्र सिंह सिसोदिया का नहीं, यह चुनाव कांग्रेस-बीजेपी का नहीं है, ये आपको समझना है कि यह चुनाव मेरा है। पूरा देश देख रहा है कि ग्वालियर - चंबल संभाग में सिंधिया परिवार का झंडा बुलंद रहेगा या नहीं। अगर सिंधिया परिवार का मान सम्मान रखना है, तो 3 तारीख को न प्रत्याशी देखना है न पार्टी देखना है केवल मुझे और शिवराज जी को देख कमल का बटन दबाओ।
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