MP : उज्जैन में मौत का तांडव - अब तक 14 को गटक गई जहरीली शराब ,71 पर केस, एक दर्जन गिरफ्तार


  • कमलनाथ ने लगाए सरकार पर आरोप


उज्जैन । शहर में जहरीली शराब पीने से 36 घंटे के दौरान 14 लोगों की मौत हो गई। बुधवार को सात लोगों की मौत के बाद गुरुवार सुबह नृसिंह घाट और ढाबा रोड क्षेत्र में दो और शव मिले थे, वहीं दोपहर में पांच लोगों की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों में 13 मजदूर हैं। ये सभी फुटपाथ आदि स्थानों पर रहते थे, वहीं एक व्यक्ति ठेला लगाता था।


मौतों के बाद एसपी मनोज सिंह ने कार्रवाई करते हुए जिलेभर में अवैध शराब का धंधा करने वाले 71 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। इसके अलावा दर्जनभर लोगों को गिरफ्तार करने के बाद देर रात तक कार्रवाई होती रही। कुछ आरोपितों पर रासुका की कार्रवाई भी की जा रही है। इधर, मामले में खाराकुआं थाना प्रभारी एमएल मीणा, एसआइ, निरंजन शर्मा, आरक्षक शेख अनवर और नवाज शरीफ को निलंबित कर दिया गया है।


एक दिन पहले मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच से पता चला कि मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं। पुलिस जांच कर ही रही थी कि गुरुवार सुबह दो और मजदूरों के शव मिले। पांच की इलाज के दौरान मौत हो गई। कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी मनोज सिंह ने बताया कि मौतें संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हैं। डीनैचर्ड स्पिरिट के सेवन से जान गई है। पोस्टमार्टम के बाद विसरा जांच के लिए भेजा गया है।रिपोर्ट आने पर स्थिति और स्पष्ट होगी।


गोपाल मंदिर के समीप खंडहर में बनाते थे जहरीली शराब


पुलिस की अभी तक की जांच में यह पता लगा है कि गोपाल मंदिर के समीप नगर निगम के पुराने कार्यालय में कुछ लोग जहरीली शराब तैयार करते थे। स्पिरिट आदि केमिकल से जहरीली शराब बनाकर 20 से 30 रुपये में बेचते थे। मजदूर और भिक्षुक इन्हें खरीदते थे। गिरफ्तार किए गए आठ लोगों से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। इसके अलावा क्षेत्र में कई स्थानों पर दबिश भी दी जा रही है।


आला अधिकारी करेंगे पड़ताल


केस की जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। शासन की ओर से अतिरिक्त मुख्य सचिव , गृह विभाग राजेश राजोरा को इसका जिम्मा सौंपा गया है। जांच के लिए राजोरा उज्जैन आएंगे। उनके साथ अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसके झा और रतलाम रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक सुशांत सक्सेना भी जांच करेंगे। कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेराइधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने इस मामले में सरकार पर आरोप लगाए हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने माफियाओं पर नकेल कसी थी, मगर वर्तमान सरकार इसमें नाकाम रही है। कांग्रेस की ओर स्थानीय नेताओं का एक दल बनाया गया है, जो इस मामले की जांच करेगा। दवा दुकानों पर जांच, एक दुकान सीलपुलिस की जांच के दौरान कुछ दवा दुकानों के भी नाम सामने आए थे। दरअसल जहरीली शराब बनाने वाले इन दुकानों से स्पिरिट खरीदते थे। गुरुवार दोपहर प्रशासन के दल ने दवा बाजार में जाकर जांच की। एक दुकान को सील भी किया गया। वहीं कई दुकानों के स्टॉक की जांच की गई।


मृतकों में एक 20 वर्षीय, बाकी सभी 40 से ज्यादा उम्र के


विजय उर्फ कृष्णा पुत्र मंगल भाटी 41 वर्ष निवासी नागदा, शंकरलाल पुत्र नवलजी 40 वर्ष निवासी नागदा, दिनेश पुत्र मगनलाल 45 वर्ष निवासी विष्णु कॉलोनी, पीरूशाह पुत्र युसूफ शाह 45 वर्ष निवासी नलिया बाखल, बबलू पुत्र टीकाराम यादव 40 वर्ष निवासी चंद्रशेखर आजाद मार्ग, ओंकारसिंह पुत्र मोतीसिंह 70 वर्ष निवासी ग्राम उमरिया आगर, बद्रीलाल उर्फ रतन पुत्र भेरूलाल उर्फ पीरूजी 62 वर्ष निवासी ग्राम कान्हाखेड़ी, झारड़ा, कालू पुत्र कैलाश 20 वर्ष निवासी खैय्या, पप्पु पुत्र कचरूसिंह 50 वर्ष निवासी जहांगीरपुर इंगोरिया, प्रकाश 40 वर्ष निवासी इंदौरगेट, जीतू 45 वर्ष व 40, 80 व 60 वर्ष के तीन लोग अज्ञात हैं, जिनके नाम-पते की पुष्टि नहीं हो सकी है। सभी मृतक मजदूरी करते थे।


गैर इरादतन हत्या का केस


पुलिस के अनुसार, अवैध शराब बेचने के मामले में बेबी नामक महिला सहित उसके पति भूपेंद्र कहार, राजू मिर्ची पुत्र रामचंद्र कहार, निवासी नृसिंह घाट कॉलोनी व उसके पुत्र दीपक, जीवन पुत्र बाबूलाल कहार निवासी चौबीसखंभा मार्ग, अशोक पुत्र तेजू कहार निवासी कहारवाड़ी सहित दो अन्य को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही कई लोग हिरासत में लिए गए हैं। इसके अलावा सिकंदर, गब्बर, युनूस नामक आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।


 


 


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