सीएम का कांग्रेस पर पलटवार:शिवराज ने कहा- अब मैं क्या करूं, ये कमलनाथ जी बता दें- लेटूं कि बैठूं, नंगा रहूं कि भूखा रहूं
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 'भूखे नंगे घर से' और एक्टिंग करने जैसे बयानों पर बुधवार को कमलनाथ और कांग्रेस पर निशाने साधे। उन्होंने मिंटो हॉल में पत्रकारों से बातचीत में कहा, "वह कभी मुझे नंगा कहते हैं, कभी भूखा कहते हैं। फिर हिसाब लगाते हैं, उसके पास क्या-क्या है? फिर कभी कहते हैं एक्टर है। कभी कहते हैं नारियल लेकर घूमता है, कहीं भी फोड़ देता है। कभी कहते हैं, लेट जाता है। अब मैं क्या करूं, ये कमलनाथ जी बता दें। लेटूं कि बैठूं। नंगा रहूं कि भूखा रहूं। कभी संपत्ति के नाते। ये कांग्रेस की घटिया मानसिकता है, जो व्यक्तिगत घटिया आरोपों पर उतारू है।'
उन्होंने आगे कहा- नंगा भूखा कहना, वास्तव में आम जनता का अपमान है। मैं पांच बार सांसद रहा, पांच बार से विधायक हूं, चौथी बार मुख्यमंत्री हूं। क्या नंगा-भूखा कहना उचित है। क्या किसी का मजाक उड़ाना ठीक है। शाहरुख खान को मात करता हूं। कभी सलमान खान को मैं मात कर देता हूं। यह कांग्रेस की संस्कृति है।
कभी नारियल ही फोड़ता रहता हूं... आज ही देख ले कांग्रेस। कोरोना काल में 107 नल-जल योजनाओं का हमने शिलान्यास किया है। पैसों के माध्यम से, फ्री में नहीं कर रहे हैं। 8 हजार करोड़ रुपए की और नल-जल योजना स्वीकृत की है। 6 हजार के टेंडर हो गए हैं। ये सब फोकट में नहीं कर रहे हैं, पैसे का इंतजाम कर रहे हैं।
यह कांग्रेस की संस्कृति है
शिवराज चौहान ने कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर की उन पर की गई ‘भूखे-नंगे घर का' टिप्पणी पर कहा- ये उनके अंदर जो संस्कार हैं, भाव हैं, उसका प्रकटीकरण है। यही नहीं, कांग्रेस नेता के इस बयान को लेकर मध्य प्रदेश में भाजपा से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को फेसबुक पर अपनी डीपी में शिवराज सिंह चौहान के फोटो के साथ ‘मैं भी शिवराज’ के साथ ‘अगर गरीब होना गुनाह है तो....’ लिख कर एक अभियान चलाया है।
वहीं, कांग्रेस ने भाजपा के 'मैं भी शिवराज' के मुकाबले 'मैं भी मर्यादा पुरुषोत्तम' अभियान छेड़ा है। कांग्रेस का कहना है कि यह लड़ाई है सत्ता हरण करने वाले साधु और मर्यादा पुरुषोत्तम की। जिस तरह से अमर्यादित होकर गद्दारों को साथ लिया है, ये अभियान उनके खिलाफ है और कमलनाथ मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।
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