संविधान रक्षा उपवास : PM एवं CM को संविधान पुस्तक भेंट की MLA आरिफ मसूद ने
संवैधानिक संस्थाएं खतरे में : मसूूद |
(राजनीतिक संवाददाता)
भोपाल। विधायक आरिफ मसूद किसानों के समर्थन में ट्रेक्टर चलाकर नीलम पार्क पहुॅचे जहाॅ गणतंत्र दिवस पर संविधान की रक्षा को लेकर उपवास रखकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान जी को संविधान की पुस्तक भेज कर मांग की है कि संविधान की रक्षा की जाये। इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोग उपवास में उपस्थित थे।
विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि देश कठिन दौर से गुजर रहा है किसान, मजदूर, छात्र, नौजवान, महिलाओं पर जबरदस्त रूप से हमले हो रहे हैं आवाज़ उठाने वाले बु़िद्धजीवियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की हत्या वा उनको जेल भेजा जा रहा है। नौजवानों में बेरोज़गारी बढ़ रही है और किसानों के लिए मोदी सरकार द्वारा तीन कृषि बिल कानून को लाकर किसानों को उद्योगपतियों का गुलाम बनाया जा रहा है, सरकारी उपक्रमों को बेचा जा रहा है।
विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि संवैधानिक संस्थाएं खतरे में हैं मोदी सरकार प्रमुख भारतीय संस्थाओं को तबाह कर रही है। सर्वाेच्च न्यायलय से आर.बी.आई. चुनाव आयोग, सी.बी.आई. तक विभिन्न स्तंभों पर विनाश का खतरा मंडरा रहा है गत वर्ष जनवरी में चार सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने मुख्य न्यायाधीश द्वारा कुछ मामलों की मनमानी ढंग से दिए जाने वाले निर्णयों के खिलाफ विरोध की आवाज उठाई और एक प्रेस काॅन्फ्रेस आयोजित की। ऐसा कदम पहले कभी नहीं उठाया गया था। सी.बी.आई का लगातार दुरूपयोग किया जा रहा है। ऐसी एजेंसियों को नष्ट कर दिया है जो उच्च स्थानों में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की अगुवाई में आगे रहती थी।
आरिफ मसूद ने कहा संविधान की रक्षा का दायित्व देश के नागरिकों का है हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने बलिदान देकर देश को स्वतंत्र कराया हमें संविधान का उपहार दिया। 70 साल बाद भारत का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। दलित और अल्पसंख्यक वर्ग खतरा महसूस कर रहे हंै मोदी सरकार आर.एस.एस. के ऐजेंडे पर चल रही है मौजूदा सरकार लोगों में नफरत की खाई पैदा कर रही है उसको कैसे दूर किया जाए लोकतंत्र में अपनी बात सभी को कहने का अधिकार है अगर हम किसी बात से असहमत हैं तो सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि सुनवाई होनी चाहिए।
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