पैर पसारता कोरोना : CM शिवराज बोले- मध्य प्रदेश में नहीं लगेगा लॉकडाउन

  • दूसरे राज्यों में जाने वाले मजदूरों को मनरेगा के अंतर्गत गांव में ही दिलाया जाएगा रोजगार
    CM शिवराज सिंह चौहान ने MP में बढ़ते कोरोना के मामले को लेकर समीक्षा बैठक की। फाइल फोटो 

(प्रशासनिक संवाददाता) 

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण फिर से पांव पसार रहा है। इसके बाद से सरकार अलर्ट पर है। बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा बैठक की। इसमें सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा।

सीएम ने कहा कि प्रदेश में कुछ दिनों से कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोरोना प्रावधानों का सख्ती से पालन कराया जाए। मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित कराई जाए। लोग बार-बार हाथ धोएं। लक्षण होने पर जांच कराएं। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों के मजदूर मजदूरी के लिए अन्य राज्यों में जाते हैं, वे अन्य राज्यों में न जाएं, उन्हें मनरेगा के अंतर्गत गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। आर्थिक गतिविधियां प्रभावित न हों, इसके लिए प्रदेश में लॉकडाउन नहीं किया जाएगा।

इंदौर, भोपाल, बैतूल में विशेष सावधानी

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि इंदौर, भोपाल, बैतूल, जबलपुर, छिंदवाड़ा आदि जिलों में कोरोना के मामले बढ़ने से वहां विशेष सावधानी रखी जाए। इंदौर में 139, भोपाल में 70, बैतूल में 15, जबलपुर में 14 और छिंदवाड़ा में 09 नए मामले मिले हैं। इंदौर की पॉजिटिविटी रेट 6.6 प्रतिशत और भोपाल की 4.5 प्रतिशत है।

मेले स्थगित

कोरोना केस बढ़ने पर पचमढ़ी, बैतूल, छिंदवाड़ा आदि में लगने वाले मेले स्थगित कर दिए गए हैं। साथ ही, यहां सभी प्रकार की सावधानियां बरतने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री ने बालाघाट, सिवनी, बैतूल आदि सीमावर्ती जिलों से मजदूर रोज महाराष्ट्र कार्य के लिए जाते हैं। मनरेगा में इन्हें गांव में कार्य दिलाए जाने के निर्देश दिए।

महाराष्ट्र से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग अवश्य करें

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि महाराष्ट्र से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग प्रदेश की सीमा पर अनिवार्य रूप से की जाए। कोविड निगेटिव व्यक्तियों को ही प्रदेश में प्रवेश दिया जाएगा।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा आदि मौजूद थे।

प्रदेश में 2270 एक्टिव केस

प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 2270 हो गई है। प्रदेश में कोरोना के नए 344 प्रकरण आए हैं, वहीं 223 मरीज ठीक हुए हैं। दो की मौत हुई है। प्रदेश की पॉजिटिविटी रेट 2 प्रतिशत हो गई है। भोपाल में 70, इंदौर में 139, बैतूल में 15 नए मामले सामने आए। वहीं, छिंदवाड़ा और मंदसौर में एक-एक मरीज की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक कोरोना के कारण 3857 मरीजों की मौत हाे चुकी है।

प्रभारी अधिकारी सतर्क हो जाएं

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि कोरोना के लिए हर जिले के लिए बनाए गए वरिष्ठ प्रभारी अधिकारी सतर्क हो जाएं। वे अपने प्रभार के जिलों की निरंतर मॉनिटरिंग करें और कोरोना से बचाव व उपचार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें।

जागरूकता फैलाएं

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी कलेक्टर्स अपने जिलों में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाएं। इसके अंतर्गत 'रोको-टोको' की रणनीति अपनाई जाए। प्रत्येक व्यक्ति मास्क लगाए और एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी का पालन करें।

क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप ले निर्णय

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी कलेक्टर्स अपने जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कोरोना नियंत्रण संबंधी निर्णय लें। किसी भी प्रकार का लॉकडाउन अथवा नाइट कर्फ्यू के संबंध में राज्य सरकार की अनुमति लेना आवश्यक है।

60 वर्ष वालों को पहले लगेगा टीका

अपर मुख्य सचिव सुलेमान ने बताया कि सरकार के नए निर्णय अनुसार 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों को कोरोना का वैक्सीन पहले लगाया जाएगा। 

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