आदेशों की दोहरी व्याख्या : प्रशासन का ऐलान-आवाजाही पर नहीं पाबंदी, पुलिस ने धपका दिए शाम से डंडे


भोपाल(ब्यूरो) ।
जिला प्रशासन के मुखिया ने सोमवार को होली के दिन किसी तरह की आवाजाही, खानपान की दुकानों के खुलने, जरूरत के सामान की खरीदी पर किसी तरह की पाबंदी से इंकार किया था। सामूहिक होली खेलने, जुलूस निकालने या सड़कों पर किसी तरह के हुडदंग पर रोक रखने के अलावा लॉक डाउन के हालात से इंकार किया गया था। इसके विपरित पुलिस प्रशासन ने शाम होते ही लोगों को घरों में कैद हो जाने की सख्ती के हालात बना दिए। टारगेट पर वह लोग आए जो सारा दिन घरों में रहकर होली खेलने के बाद हवा बदल या जरूरत के सामान खरीदी के लिए घरों से बाहर निकल आए थे। मुश्किल उनकी भी हो गई, जो रविवार की रात के जागरण और दिनभर के रोजा के बाद इफ्तार सामग्री खरीदने के लिए घरों से निकले थे।


पुराने शहर के सोमवारा, ईनामी गेट, इकबाल मैदान, बुधवारा, इतवारा, अल्पना तिराहा, भोपाल टाकीज, सिंधी कॉलोनी, चौक बाजार आदि में शाम पांच बजे से ही पुलिस वाहनों से ऐलान कर लोगों को घरों में जाने के लिए चेतावनी दी जाना शुरू हो गई थी। कुछ ही देर बाद शहर के अनेक स्थानों पर बैरिकेटिंग को पुख्ता तौर पर बंद करके लोगों की आवाजाही को भी रोक दिया गया। नतीजा यह हुआ कि अलग अलग क्षेत्रों में फंसे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए लंबे चक्कर काटने के हालात बन गए। दुकानों और फल सब्जियों के ठेलों को जबरिया बंद करवा दिए जाने से कई लोग अपनी जरूरत के सामान से वंचित हो गए। 

रविवार भी हुई थी आदेश की गलत व्याख्या

रविवारीय लॉक डाउन के दौरान होलिका दहन और कब्रिस्तान जाने के लिए लोगों को इजाजत दी गई थी। सीमित संख्या में होने वाले कार्यक्रमों के बीच समय सीमा को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया था। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन ने रात नौ बजे बाद ही लोगों को होलिका दहन और कब्रिस्तान जाने से रोकना टोकना शुरू कर दिया था। इस बीच पुलिस प्रशासन का तर्क ये था कि त्यौहार मनाने की रियायत दी गई, लेकिन रात नौ बजे से लागू होने वाले रात्रिकालीन कर्फ्यू में कोई तब्दीली नहीं हुई है।

अफवाहों के घोड़ों पर सवार शहर

इधर, शहर में इस बात की अफवाह तेज है कि फिर से 24 दिन का लॉक डाउन लागू होने वाला है। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म से लेकर चौक - चौराहों की चर्चा में इस बात का जिक्र किया जा रहा है। लोग अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए मीडिया हाउसेस से लेकर परिचित अफसरों तक से तस्दीक करते नजर आ रहे हैं।

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