कोरोनाकाल में ढह रही बरसों की परंपरा : लगातार तीसरे साल भी सीएम हाउस रोजा इफ्तार खटाई में


खान अशु

 भोपाल। प्रदेश मुखिया की दावत, उनकी आगवानी और सारे मेहमानों को खाने की मनुहार... प्रदेश भर के उलेमाओं की शिरकत... प्रदेश की कामयाबी और खुशहाली की दुआएं...! पिछले करीब पंद्रह बरस में (शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्रित्व काल में) प्रदेश स्तर के रूप में स्थापित हो चुके सीएम हाउस रोजा इफ्तार कार्यक्रम पर अब तालाबंदी के हालात लहराने लगे हैं। लगातार दूसरे बरस कोविड कारणों से टल रहा ये आयोजन कमलनाथ के मुख्यमंत्री रहते हुए नहीं हो पाया था। 

मुख्यमंत्री बनने के बाद से ही शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस में रोजा इफ्तार कार्यक्रम को एक भव्य समारोह के रूप में विकसित किया। पूर्व कांग्रेस सरकार में स्थानीय लोगों की मौजूदगी में होने वाले इस आयोजन में प्रदेश के दूर दराज के लोगों को शामिल किया जाने लगा। वर्ष 2017 तक ये सिलसिला निरंतर रहा लेकिन इसके बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ये आयोजन नहीं हो पाया। वजह रमजान शुरू होने तक सीएम हाउस में चल रहा रेनोवेशन काम कमलनाथ के शिफ्ट होने लायक नहीं हो पाया था।

उमा और गौर के जमाने में भी नहीं हो पाया आयोजन

जानकारी के मुताबिक कांग्रेस से 15 बरस बाद सत्ता हथियाने के बाद कुर्सी पर काबिज हुई उमाभारती ने भी अपने कार्यकाल में सीएम हाउस में रोजा इफ्तार आयोजन नहीं किया। इनके बाद सीएम की कुर्सी पर विराजित हुए बाबूलाल गौर ने भी इस आयोजन से अरुचि ही रखी। 

दिग्विजय के दौर में होता था मिंटो हॉल में कार्यक्रम

लगातार दो बार प्रदेश की कमान संभालने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में भी रोजा इफ्तार कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है। लेकिन इसके लिए स्थान सीएम हाउस न होकर मिंटो हॉल हुआ करता था। इस दौरान स्थानीय स्तर पर ही चुनिंदा लोगों को आयोजन में शामिल किया जाता था।

शहर में ये आयोजन भी मशहूर

  • राजभवन में होने वाली महामहिम की तरफ से दी जाने वाली इफ्तार दावत। इसमें बड़े सियासी लोगों के अलावा चुनिंदा उलेमा, प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक संगठन के पदाधिकारी, शहर के प्रबुद्धजन शामिल होते हैं।
  • विधायक आरिफ अकील द्वारा पहले बाल विहार ग्राउंड में ये आयोजन किया जाता था। बाद में इसको आरिफ नगर मस्जिद में शिफ्ट कर दिया गया।
  • विधायक आरिफ मसूद द्वारा भी विधानसभा चुनाव जीतने से पहले ही इफ्तार कार्यक्रम किए जाते रहे हैं।
  • किसी मीडिया संस्थान द्वारा पहली बार *दैनिक भास्कर* ने रोजा इफ्तार पार्टी की शुरुआत की। शहर के मध्य स्थित हमीद मंजिल में आयोजित किए गए इस आयोजन में शहर की क्रीम शख्सियतों को शामिल किया गया था।
  • पिछले कुछ सालों से शहर के इकबाल मैदान में कुछ युवाओं द्वारा साथ साथ रोजा इफ्तार कार्यक्रम शुरू किया गया है। स्टूडेंट्स, बाहर से आए लोगों, हमीदिया अस्पताल में मौजूद मरीजों के परिजन आदि की सुविधा के मद्देनजर शुरू किए गए इस आयोजन में पूरे माह बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं।

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