SENDHWA : ज़िक्रे शहीदे आज़म कांफ्रेंस में मुफ्ती अमजदी ने कहा - हज़रत इमामे हुसैन के मनसब और मोहब्बत को समझें


  • गुनाहों से तौबा करें और ताजियादारी को ज़िद का मसला न बनाएं : मुफ्ती अमजदी 
  • हम सहाबा और अहले बैत से करते हैं मोहब्बत : अहले सुन्नत वल जमाअत 

सेंधवा (बड़वानी) । कौमी खिदमतगार - समाजसेवी मरहूम अब्दुल शकूर पटेल(लल्लू भाई साहब) के चेहल्लूम के मौके पर ज़िक्रे शहीदे आज़म कांफ्रेंस गद्दीनशीन शाह मोहम्मद एजाज हसन कादरी चिश्ती मिस्कीन(बाबा साहब) की जेरे सरपरस्ती और मौलाना हजरत मुफ्ती कासीम मिस्बाही (इमाम शाही जामा मस्जिद) की जेरे सदारत में संपन्न हुई।कांफ्रेंस के मुकर्रिरे खुसूसी - हजरत अल्लामा मौलाना मुफ्ती इस्माईल अमजदी, जमाअत रज़ा-ए-मुस्तफा शाखा सुरत (गुजरात) थे। कांफ्रेंस में मुफ्ती अमजदी ने कर्बला की शहादत पर रोशनी डालते हुए हाजरिने महफिल से मुखातिब होते हुए ताजियादारी पर सवाल किया कि हम हजरते इमाम हुसैन की बारगाह में क्या जवाब देंगे? उन्होंने कहा कि गलत अगर करते हैं। जुर्म अगर करते हैं। अगर गुनाह होता है, तो अपने गुनाहों से तौबा करें। ज़िद का मसला न बनाएं और कैसी कैसी झूठी बातें पेश करते हैं। कभी कहते हैं गरीब नवाज़ भी ताजिया निकालते थे। कभी कहते हैं वारिसे पाक भी ताजिया निकालते थे। अब एक ही झूठ बाकी रह गया है और वह झूठ क्या है कि इमामे हुसैन कर्बला में ताजिया लेकर गए थे। यह झूठ बोलना बाकी रह गया, वर्ना सब कुछ तो कर चुके हैं। इसलिए हजरते इमामे हुसैन के मनसब को समझें। आपकी मोहब्बत को समझें कि आपकी मोहब्बत का तकाजा यह है कि आप दीन की हिफाज़त के लिए, बुराईयों से मुकाबले के लिए जितनी भी ज्यादा कोशिश करोगे, आप जहां भी रहेंगे इमामे हुसैन का फैज़ आपको जरूर नजर आएगा।

हजरत मुफ्ती अमजदी ने फरमाया कि हम अहले सुन्नत वल जमाअत हैं। हम सहाबा से भी मोहब्बत करते हैं, अहले बैत से भी मोहब्बत करते हैं और जिनके दिलों में ये दोनों की मोहब्बत जमा हो जाए उसी मोहब्बत वाले दीन के हवाले से मेरे इमाम कहते हैं कि - 

अहले सुन्नत का है बेड़ा पार असहाबे हुजूर, 

नज्म है और नाव है भीतर रसुलुल्लाह की।

कांफ्रेंस की निजामत अल्लामा मौलाना हजरत मेहमूद आलम अशरफी ने की। कांफ्रेंस का आयोजन हाजी अब्दुल शकील पटेल, मोहल्ला घोड़े शाह वली बाबा ने किया था। प्रोग्राम में स्टेज पर जुमला मुकामी व बैरूनी उलमाए अहले सुन्नत अइम्माए मसाजिद मौजूद थे।

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