MP : प्रदेश में बढ़ती मॉबलिंचिंग की घटनाओं के विरोध में कांग्रेस ने घेरा राजभवन
- महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा विधायक आरिफ मसूद ने
- माॅबलिंचिंग करने वालों पर एनएसए लगाकर सीबीआई से जांच कराने की मांग
भोपाल। नीमच में एक आदिवासी युवक को ट्रक से घसीट कर मॉबलिंचिंग की घटना को अंजाम दिया गया वहीं इंदौर, देवास में भी इस प्रकार की घटनाएं घटित हुई हैं। शिवराज सरकार की बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में आज विधायक आरिफ मसूद के नेतृत्व में लिली टॉकीज के सामने राजभवन का घेराव कर महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन में भाग लिया।
इस अवसर पर विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है वहीं शिवराज सरकार में बिगड़ती कानून व्यवस्था के चलते माॅबलिंचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं नीमच में आदिवासी कन्हैया भील नामक युवक को ट्रक से बांधकर घसीटा गया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। इसी प्रकार इंदौर में एक चूड़ी बेचने वाले के साथ और देवास के हाटपिपल्या में एक तोस, ज़ीरा बेचने वाले के साथ हाल ही में माॅबलिंचिंग की घटनाएं हुई है इससे यह प्रतीत होता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।
देखिए प्रदर्शन का वीडियो क्या कहा विधायक ने
विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि आज दिनांक 28/08/2021 को नीमच के सिंगोली थाना क्षेत्र में एक आदिवासी युवक कन्हैया भील को वाहन मंे बाॅधकर बेरहमी से मारपीट कर उसकी हत्या कर दी गई। दिनांक 26/08/2021 को देवास जिले के हाटपिपल्या में एक फेरी वाला जो फेरी कर तोस जीरा बेचने का कार्य करता है से उसका आधार कार्ड मांगा गया, आधार कार्ड ना दिखाने पर उसके साथ कुछ व्यक्तियों द्वारा मारपीट की गई मारपीट की गई। क्या अब मध्यप्रदेश में व्यापारियों, फेरी वालो को अपना आधारा कार्ड दिखा कर ही व्यापार करना होगा ? निश्चित ही मध्यप्रदेश राज्य में ऐसी परम्परा कभी नहीं रही।
अभी हाल ही में इंदौर में एक चूड़ी बेचने वाले युवक के साथ भी इसी प्रकार मारपीट की घटना को अंजाम देने वालों के विरूद्ध यदि शासन समय रहते कड़ी कार्यवाही कर देता और शासन के मंत्री सोशल मीडिया के माध्यम से मारपीट करने वालों का हौसला नहीं बढ़ाते तो शायद हाटपिपल्या, नेमावर (देवास), में दलित परिवार की हत्या एवं आज नीमच में माॅबलिंचिग जैसी घटना घटित नहीं होती।
आगे कहा कि यह कि शासन के मंत्री व प्रवक्ताओं को आगे बढ़कर प्रदेश की जनता को आश्वस्त करना था कि मध्यप्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद फैलाने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी न कि घटना में शामिल आरोपियों का पक्ष लेना चाहिए था। उनकी शह की वजह से ही हाटपिपल्या, नेमावर (देवास) तथा आज नीमच में भीड़ तंत्र द्वारा एक आदिवासी युवक को जान से मार दिया जाता, इतने अल्प समय अंतराल में मध्यप्रदेश में बार-बार माॅबलिंचिंग की घटनाओं की पुनरावृत्ति होना राज्य के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
आगे विधायक आरिफ मसूद ने कहा इनसब मॉबलिंचिंग की घटनाओं को अंजाम देने वालों पर एनएसए की कार्यवाही कर सीबीआई जांच की जाना चाहिए।
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