SEMINAAR : मुश्किल में हर इंसान, जकात से सुधर सकते हैं हालात : अंसारी
भोपाल। महामारी, लॉक डाउन, बाजार की मंदी और इन सबसे मिलजुलकर बने हालात ने पूरे समाज को मुश्किल दौर में पहुंचा दिया है। ऐसे में अगर जकात की रकम बड़ी भूमिका निभा सकती है। लेकिन इसके लिए जरूरी है सही व्यक्ति की पहचान और उसकी मुश्किल, मजबूरी और जरूरत की पहचान।
देश को आर्थिक मंदी के दौर से उबारने, पिछड़ों के उत्थान करने, जकात के पैसे को मुस्तहिक़ (योग्य) लोगों तक पहुंचाने, समाज में बेहतर माहौल बनाने की मंशा के साथ एसोसेशियन ऑफ इंडियन मुस्लिम संस्था ने गत दिनों राजधानी भोपाल में एक सेमिनार आयोजित किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता फरहान अंसारी (उपाध्यक्ष रिलायंस ग्रुप ) ने कहा कि ज़कात मुस्तहिक़ तक पहुँचना चाहिए। आज के मुसीबत के दौर में परेशान आदमी की सही पहचान करना और उस तक मदद पहुंचना बहुत ज़रूरी है। आज ज़कात देने वालों को ज़कात कहां दें, जैसे मसले सामने आते हैं। इसलिए हमें डाटाबेस तैयार रखना चाहिए, जिससे सही इंसान की सही मदद, सही समय पर हो सके। उन्होंने कहा कि हम हर मस्जिद, मोहल्लों और गलियों के आधार पर भी अपना अपना डाटा तैयार कर लोगों को मदद पहुँचा सकते हैं। इस मौके पर अब्दुल ताहिर सीईओ रिलायबल ग्रुप, पूर्व जस्टिस अनवर सिद्दीकी ने अपनी अपनी बात में कौम, मिल्लत और मुल्क की तरक्की की राह पर ले जाने की बात कही। कार्यक्रम में उवैस अरब, आज़म तिर्मिज़ी, यासिर अराफत, जैन उद्दीन जुनेद, मुजाहिद अली खान आदि भी मौजूद थे।
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