जीडीए का भी नाम कार्य के अनुरूप भ्रष्टाचार प्राधिकरण होना चाहिए : शैलेन्द्र मिश्र


गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
शहरों एवं स्टेशनों के नाम बदलने की योजना के क्रम में सत्तारूढ़ दल से मेरा आग्रह है कि शीघ्र-अतिशीघ्र नगर वासियों के विशेष आग्रह पर गोरखपुर विकास प्राधिकरण का नाम बदलकर गोरखपुर भ्रष्टाचार प्राधिकरण कर दिया जाए ताकि विकास प्राधिकरण का कार्य के अनुरूप नाम रहे।

उक्त बातें अध्यक्ष विकास प्राधिकरण/मंडलायुक्त गोरखपुर के कार्यालय पर अवैध निर्माण एवं संचालन के विरोध में चल रहे क्रमिक धरने के 73 वें दिन कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तीसरी आंख मानवाधिकार संगठन के संस्थापक महासचिव शैलेंद्र कुमार मिश्र ने कहीं उन्होंने कहा कि विकास प्राधिकरण की ऐसी कौन सी मजबूरी है जिससे शहर में हो रहे अवैध निर्माण में रोकथाम के लिए अपने बाउंसर साथियों को भेजकर अवैध निर्माण कर्ताओं को कार्यालय संपर्क के लिए संदेश भेजते हैं यदि संपर्क संतोषजनक हो जाता है तो फिर स्वीकृति मानचित्र या किसी भी अन्य नियमावली का अनुपालन हो, ना हो संपूर्ण निर्माण की जिम्मेदारी ले ली जाती है। इसी प्रकार अवैध निर्माण के ठीके का धंधा विकास प्राधिकरण गोरखपुर में फल-फूल रहा है। कार्यक्रम में उपस्थित गोरखपुर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता डॉक्टर सत्य प्रकाश पाठक ने कहा कि गोरखपुर में हो रहे अवैध निर्माणों में सभी तरह के रियायतें व लाभ लेने के लिए क्रमवार फीस निर्धारित है जैसे अभिलेख में कूट रचित पार्किंग दर्शाना, शौचालय, ओपन एरिया, फ्रंटेज दर्शना, व अन्य तमाम अनियमितताएं इत्यादि, अवैध शुल्क के अनुरूप प्रदत्त की जाती हैं। उपरोक्त अवैध वसूली में ऊपर से नीचे तक कौन-कौन से अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित हैं और कौन सी टीम संचालन कराती है यह अपने में महत्वपूर्ण जांच का विषय है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित संगठन के संरक्षक डा. पी.एन. भट्ट, संस्थापक महासचिव शैलेन्द्र कुमार मिश्र, अधिवक्ता गिरिजेश शुक्ला, डॉक्टर सत्य प्रकाश पाठक पूर्व उपाध्यक्ष गोरखपुर दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, प्रदेश सचिव उ.प्र. व राष्ट्रीय संयुक्त अधिवक्ता मंच के वरिष्ठ अधिवक्ता अनुप मिश्रा, अशोक तिवारी दिवानी बार गोरखपुर, योगेन्द्र कुमार मिश्रा एडवोकेट महामंत्री जिला कलक्ट्रेट बार एसोसिएशन, हरे राम पांडे एडवोकेट उच्च न्यायालय प्रयागराज, वीरेंद्र कुमार उपाध्याय एडवोकेट, रामनिवास गुप्ता, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विपुल मिश्रा, प्रदेश आई.टी. सेल प्रभारी अमरजीत यादव, आईटी सेल सदस्य धर्मराज यादव, दुर्गेश यादव, दिनेश यादव, वरिष्ठ कार्यकर्ता जियाउद्दीन अन्सारी, वरिष्ठ वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश शुक्ला कमिश्नरी बार गोरखपुर, अनूप कुमार मिश्रा एडवोकेट स्नेहा मिश्रा एडवोकेट दीवानी कचहरी गोरखपुर विरेन्द्र कुमार वर्मा, जियाउद्दीन अंसारी, विरेन्द्र राय, जिला मंत्री रामचन्दर दूबे, जिला संयोजक राजमंगल गौर, जिला मीडिया प्रभारी शशी कांत, गोकुल गुप्ता जनपद कुशीनगर सूर्य देव शर्मा, सतीश कुशवाहा, अजय, जाहिद अली, नानू अंसारी, बृजराज सैनी, संतोष गुप्ता, अमर सिंह, अजय कुमार सिंह, उमाशंकर मझवार, कमिश्नर बार के गोरखपुर शंभू सिंह श्रीनेत, दुर्ग विजय गौड़ एडवोकेट दिवानी बार गोरखपुर संजय गुप्ता, रुपेश शुक्ला, श्याम जी मद्धेशिया, महेंद्र मोहन तिवारी, सतीश मौर्या, विशाल, आदर्श, सत्येंद्र यादव, राजेश कुशवाहा, वंश गुप्ता, गोलू, वृंदावन शर्मा, सतीश चन्द्र कुशवाहा, राजकुमार यादव, राजा राम यादव और जय बहादुर इत्यादि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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