बस इतना सा ख्वाब है : छोटा हैरी पॉटर चाहता है, हर वक्त दिखता रहे टीवी पर


  • 8 साल की उम्र में 3 बड़ी उपलब्धियों के मालिक हैं तन्मय 

✍️ खान आशु 

भोपाल। उपलब्धियां, कामयाबी, रिकॉर्ड किसी उम्र के मोहताज नहीं होते। 8 साल के नन्हें तन्मय ऋषि शाह इस बात पर पूरे खरे उतरते हैं। जिनके हिस्से में चंद सालों के करियर में 3 बड़ी सफलताएं आ चुकी हैं। सोनी टीवी के अपकमिंग सीरियल कामना के इस बाल कलाकार की माता अस्मिता शाह ने भोपाल यात्रा के दौरान अपने राजा बेटा की सफलताओं, व्यस्तताओं, भावी तैयारियों को लेकर सप्तग्रह के लिए खास तौर से कई बातें शेयर की।


दिल्ली के आईबी स्कूल के टॉपर स्टूडेंट्स में शामिल तन्मय को केरियर के शुरुआती दौर में फैब इंडिया, बीसीबी जैसे कुछ ब्रांड के लिए मॉडलिंग का मौका मिला तो माता-पिता ने अपने बेटे के हुनर को तराशने के लिए थिएटर क्लास ज्वाइन करवा दीं। दिल्ली की ये दौड़ ज्यादा दिन नहीं चल पाई थी। एक दिन अचानक स्टार प्लस के चर्चित धारावाहिक ये रिश्ता क्या कहलाता है... के मेकर्स ने तन्मय में सीरियल के मुख्य किरदार नायरा और कार्तिक के बेटे कायराव का सार्थक रूप महसूस किया। ये बुलावा तन्मय को अपनी मां अस्मिता के साथ मुंबई ले आया। इसके साथ ही शुरू हो गया एक के बाद एक कामयाबी का सिलसिला जो जिनी, जादू और बबल से होते हुए सोनी टीवी के कामना सीरियल तक ले आया है।ये रिश्ता.. से कुछ ज्यादा है कामना


तन्मय की मम्मी अस्मिता शाह बताती हैं कि ये रिश्ता क्या कहलाता है... के कायरव को दर्शकों ने बहुत पसंद किया और ये किरदार लोगों की यादों में भी शामिल रहने वाला है। अब कामना के मुख्य किरदार अभिषेक रावत और चांदनी शर्मा के बेटे के तौर पर तन्मय अदाकारी कर रहे हैं। अस्मिता कहती हैं कि कहानी को लेकर फिलहाल बात नहीं की जा सकती, लेकिन तन्मय का ये किरदार पिछले काम से आगे जाने वाला है।

खाली समय में टीवी, शौक सभी समाए


छोटे तन्मय को खाली समय में टीवी देखने का शौक है और दीगर बच्चों की तरह वे भी कार्टून चैनल्स के दीवाने हैं। साथ ही उन्हें स्केटिंग, क्रिकेट, लॉन टेनिस, स्विमिंग का भी शौक है। वे अपने काम में परफेक्शन के डांस और सिंगिंग क्लास भी ले रहे हैं।

कुछ करने का मन हो तो आसानी से हो जाता है...

6 -7 घंटे की नींद लेने वाले तन्मय अपनी छोटी समझ और बड़ी आकांक्षाओं के बीच कहते हैं कि कुछ करने का मन हो तो उसे करने में कोई मुश्किल नहीं होती, सब आसानी से हो जाता है। अपनी ऑनलाइन क्लास के लिए वे छुट्टी के दिन घूमना या किसी आउटिंग को भी दरकिनार कर देते हैं। पापा ऋषि शाह और दादी मां मधु शाह से उन्हें हमेशा ताकीद मिलती है, तन्मय मम्मा ख्याल रखना...। याद आने पर तत्काल पापा से मुलाकात और शूटिंग के कहीं भी रहें दादी मां से दिन में कई बार वीडियो कॉल करना तन्मय के खास शगल हैं।

बेटे के लिए मां के ख्वाब कुर्बान

बेटे तन्मय के लिए हर समय गंभीर, सतर्क, तैयार और सक्रिय रहने वाली अस्मिता शाह कहती हैं कि उन्होंने अपने लिए कोई ख्वाब पाला ही नहीं। पति दिल्ली के स्थापित बिल्डर हैं। अब अपनी सारी कामयाबी तन्मय की सफलता के इर्द गिर्द ही सिमटी हुई मानती हैं।

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