मिली अकीदत को राह : दिसंबर अंत या जनवरी के पहले सप्ताह में हो सकता है इज्तिमा
इज्तिमा गाह का फाइल फोटो
भोपाल। प्रदेश में कोरोना पाबंदियों से अंकुश हटाए जाने के बाद आलमी तबलीगी इज्तिमा आयोजन की राह खुलती नजर आने लगी है। नवंबर माह के आखिरी सप्ताह में होने वाले इस आयोजन को कोविड गाइडलाइन के चलते स्थगित कर दिया गया था। अब हालात सामान्य होने और लगी हुई पाबंदियों को हटा लिए जाने के बाद इस आयोजन के दिसंबर या जनवरी माह में किए जाने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है।
सूत्रों का कहना है कि बुधवार को मुख्यमंत्री के ऐलान के बाद से इज्तिमा आयोजन से जुड़े जिम्मेदारों की बैठकों का दौर शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर तैयारियों की जानकारी दिल्ली मरकज को भेजी जा रही है। इसके बाद वहीं से अगली तारीख निर्धारित की जाएगी, जिसके मुताबिक इज्तिमा आयोजन किया जाएगा। गौरतलब है कि करीब 75 बरस से लगातार आयोजित किए जाने वाले इज्तिमा के समापन के साथ ही इसकी अगले साल की तारीखों का ऐलान कर दिया जाता है। इस साल उलेमाओं और इज्तिमा प्रबंधन ने 25 से 28 नवंबर तक इस आयोजन की तैयारी की थी।
रोकना पड़ी थी तैयारियां
इस माह के अंतिम सप्ताह में होने वाले आयोजन को लेकर तैयारियों का दौर शुरू हो गया था। लेकिन जिला प्रशासन ने महामारी की स्थिति और जुटने वाली भीड़ का हवाला देकर आयोजन स्थगित करने की सलाह दी थी। जिसके बाद इज्तिमा प्रबंधन कमेटी ने आयोजन अगली तारीखों में करने के ऐलान कर तैयारियों को समेट लिया था।
मुश्किल ये होगी
बुधवार को हटाए गए कोरोना प्रतिबंधों के बीच तय किए गए मापदंडों में मेलों या बाजारों में वैक्सीन डोज के साथ मौजूदगी की बात कही गई है। ऐसे में बड़ी संख्या में देश दुनिया से पहुंचने वाली जमातों का वैक्सिनेशन होना या उसकी जांच किया जान एक मुश्किल टास्क हो सकता है। बताया जाता है कि रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और बस स्टैंड पर आने वाली जमातों का लिखित डेटा तो जुटाया जाता है लेकिन निजी वाहनों से आसपास के और स्थानीय लोगों का कोई लेखाजोखा नहीं रखा जाता।
कलेक्टर से मिलेगा इज्तिमा प्रबंधन
जानकारी के मुताबिक इज्तिमा प्रबंधन ने कलेक्टर से मुलाकात कर आयोजन की सूचना देने की तैयारी कर कर ली है। प्रबंधन कमेटी इस दौरान विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारियों के लिए भी कलेक्टर से गुजारिश करेगी।
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