भोपाल में सूदखोरी का घिनौना चेहरा उजागर : सुसाइड मामले में बड़ा खुलासा, बबली गैंग कटघरे में !

 

मैकेनिक संजीव जोशी का परिवार

  • मैकेनिक की बेटी ने दोस्तों-रिश्तेदारों को भेजा था मैसेज- साइंटिस्ट बनना था... बबली गैंग ने लाइफ खत्म की

भोपाल। राजधानी में मैकेनिक संजीव जोशी के परिवार समेत जहर खाने के मामले में नया खुलासा हुआ है। सुसाइड से पहले संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा ने दोस्तों और रिश्तेदारों को वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा था। इसमें एक वीडियो भी था, जिसमें दीवार पर चिपके सुसाइड नोट के साथ परिवार की तस्वीर थी। ये सुसाइड से पहले की आखिरी सेल्फी थी।

संजीव जोशी ने अपनी मां नंदिनी, पत्नी अर्चना, दो बेटियों पूर्वी, ग्रीष्मा के साथ मिलकर जहर खा लिया। घटना में बेटी पूर्वी और उसकी दादी नंदिनी की मौत हो गई है। सुसाइड से पहले गुरुवार रात करीब 10 बजे इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा ने मैसेज में लिखा कि मेरे जाने के बाद इनको कड़ी सजा देना...।

ग्रीष्मा का मैसेज पढ़कर तुरंत उसके साथ पढ़ने वाले कई दोस्त और कल्पना नगर में रहने वाले संजीव के चचेरे भाई डीसी गोशाले पहुंचे, तब तक परिवार के सदस्य जहर खा चुके थे। संजीव ने आवाज दी, लेकिन अंदर से जवाब नहीं मिला। ऐसे में दरवाजे से कूदकर सभी अंदर पहुंचे। हॉल में संजीव समेत उनका पूरा परिवार बेसुध मिला। उन्हें आनंद नगर स्थित गायत्री अस्पताल में भर्ती कराया गया। ग्रीष्मा निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक सेकंड ईयर की छात्रा है।

ग्रीष्मा ने ये लिखा था मैसेज में

ग्रीष्मा ने लिखा- यार! सब खत्म हो गया। मुझे डेटा साइंटिस्ट बनाना था। सारे सपने, सारी लाइफ, सारे गोल्स सब खत्म। बबली आंटी ऐसा क्यों किया आपने हमारे साथ। हमने क्या बुरा किया था आपके साथ। इतना तड़पाया आपने हमें। मेरे जाने के बाद जो भी ये नोट्स ओपन करता है, तो प्लीज मेरी बात बबली आंटी तक पहुंचा देना, फिर कभी किसी के साथ ऐसा मत करना। किसी को इतना मत तड़पाना। राजू भैया कितना मानती थी मैं आपको। आपने भी ऐसा किया, कभी सोचा नहीं था।

प्लीज! हमारे मरने के बाद किसी और के साथ ऐसा मत करना...

सब कुछ आज खत्म हो जाएगा, लेकिन जो भी हमारे साथ हुआ, ये सबको पता चलना चाहिए कि हमारे साथ ये सब बबली गैंग और उनकी गिरोह ने किया है...

कभी ये बात नहीं बता पाई, लेकिन रोज मर-मर के जीने से अच्छा है कि आज हम सब मर जाएं। बहुत बुरा समय काटा है। बस, अब और सहन नहीं होता। बस डेटा साइंटिस्ट बनने का सपना अधूरा रह गया। मुझे भी दोस्तों के साथ बाहर घूमना था, एक्सप्लोर करना था। टीनएज लाइफ एन्जॉय करनी थी।

एक अनुरोध है कि प्लीज मेरे जाने के बाद एक रोटी किसी भी जानवर को खिला देना।

हेट यू एवरीवन, जिस किसी ने भी हमें खून के आंसू रुलाया है..। सभी को अलविदा। ग्रीष्मा जोशी।

ये मैसेज ग्रीष्मा ने भेजा था।

छोटी बहन पूर्वी ने लिखा- एक हवा के झोंके ने सब कुछ खत्म कर दिया...

ग्रीष्मा की छोटी बहन पूर्वी ने सुसाइड नोट में लिखा कि मेरा सपना था कि मैं फैशन डिजाइनर बनूं, लेकिन एक हवा के झोंके ने सब कुछ खत्म कर दिया। जब से ये बबली ने अपने पति के साथ कदम रखे, तब से हमारा घर श्मशान बन गया। मैं हमेशा से फैशन अवॉर्ड में जाना चाहती थी, लेकिन सब उजड़ गया। ये बबली हमारी जिंदगी में मौत के रूप में आई। मैं उनके परिवार को ये श्राप देती हूं कि मेरी रूह तुझे खून के आंसू रुलाएगी। तुम लोगों को मैं जरूर मार डालूंगी।

एक लास्ट टाइम यह कहना चाहती हूं कि मेरे नाम से किसी कुत्ते को रोटी खिला देना। मैं फैशन डिजाइनर नहीं बन पाई। मेरी बनाई हुई डिजाइन को कोई पहन लेना। रिलेटिव को बहुत सारा धन्यवाद। तुम लोग भी एहसान जताकर चले गए। मैं तुम सबसे नफरत करती हूं। एक कविता मैं उनके लिए पढ़ना चाहती हूं कि लाशों की धरा...। खुशनसीब लोगों को मौत के घाट उतारा है। वी वांट्स फॉर जस्टिस।

नोएडा से कजिन का फोन आया... तब भागता हुआ आया

संजीव के चचेरे भाई डीसी गोशाले ने बताया कि गुरुवार रात करीब 11 बजे मैं सोने जा रहा था। इसी बीच नोएडा में रहने वाले कजिन का फोन आया। उसने बताया कि वॉट्सऐप में कुछ मैसेज चल रहा है। देखा तो संजीव के मैसेज दिखे। उसमें सुसाइड नोट भी था। मैं तुरंत ही भागते हुए उनके घर पहुंचा। देखा कि चैनल गेट पर ताला लगा है। आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। आशंका होने पर दरवाजा से कूदकर दूसरे मंजिल में पहुंचे। जहां, हाल में सभी लोग बेसुध मिले। आनन-फानन में सभी को एम्बुलेंस से अस्पताल लेकर आया। शुक्रवार को पूर्वी के साथ नंदनी की मौत हो गई। संजीव ने पुलिस से शिकायत की थी। बबली नाम की महिला का संजीव का पैसों का लेन-देन था। वह ही उन्हें परेशान कर रही थी।

दादी और पोती पूर्वी की मौत 

बेटी ने बताया ग्रीष्मा सुसाइड के मैसेज भेज रही है...

भेल में पदस्थ राजकुमार घाडसे ने बताया कि संजीव की बड़ी बेटी ग्रीष्मा के साथ मेरी बेटी भी पढ़ रही है। रात में बेटी ने बताया कि ग्रीष्मा ने कॉलेज के दोस्तों के वाट्सऐप ग्रुप में वीडियो, मैसेज किए हैं। इसमें वह सुसाइड करने की बात कह रही है। हम लोग तुरंत पहुंचे। तब तक पूरे परिवार को कॉलेज के उसके कई दोस्त, रिश्तेदार उन्हें अस्पताल लेकर आ चुके थे। संजीव मूलत: महाराष्ट्र के रहने वाले थे।

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