SC के वरिष्ठ अधिवक्ता का बड़ा बयान - देश में पशु के लिए कानून है परंतु पत्रकारों के लिए कोई कानून नहीं


  • प्रेस क्लब आफ वर्किंग जर्नलिस्ट की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता एहतेशाम हाशमी को भारत गौरव सम्मान से सम्मानित किया 

✍️ सैयद रिजवान अली

भोपाल । सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एवं मानव अधिकार संरक्षक एडवोकेट एहतेशाम हाशमी गत दिनों भोपाल प्रवास पर आए। जहां स्थानीय इंडियन कॉफी हाउस में प्रेस क्लब वर्किंग जर्नलिस्ट की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद खालिद कैस द्वारा एडवोकेट एहतेशाम हाशमी को "भारत गौरव सम्मान2021" से सम्मानित किया ।

इस अवसर पर श्री एहतेशाम हाशमी द्वारा पत्रकार सुरक्षा कानून पर बल देते हुए कहा" प्रेस क्लब वर्किंग जर्नलिस्ट" के माध्यम से निकट भविष्य में पीड़ित पत्रकारों को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया जाएगा । यदि यह अभियान सफल हुआ तो पत्रकारों के लिए नि:शुल्क विधिक सहायता दी जाएगी।

श्री एहतेशाम हाशमी द्वारा कहा गया हमें ईमानदार और जिम्मेदार अधिवक्ताओं की एक टीम है जो मानव अधिकारों की रक्षा के लिए निरंतर सहायता प्रदान कर रही है। पीड़ित पत्रकारों के साथ पुलिस तथा प्रशासन द्वारा की गई अवैधानिक कार्रवाई,झूठे मुकदमे लगाने के विरुद्ध नि:शुल्क विधिक सहायता प्रदान करेंगे ।

श्री एहतेशाम हाशमी ने इस अवसर पर कहा पत्रकारों को अपनी सुरक्षा के लिए स्वयं सजक होना पड़ेगा। पत्रकारों को एकजुट होकर अपने अधिकारों की रक्षा के लिए शासन प्रशासन स्तर पर अपनी आवाज उठानी होगी । हम "प्रेस क्लब वर्किंग जर्नलिस्ट" के माध्यम से पत्रकारों की नि:शुल्क विधिक सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे। यदि हमारा यह प्रयास मध्यप्रदेश में सफल रहा तो संपूर्ण देश के पीड़ित पत्रकारों की सहायता की जाएगी।

श्री हाशमी द्वारा प्रेस वार्ता में पूछे गए सवाल के उत्तर में कहा दुर्भाग्य का विषय है कि हमारे देश में पशुओं पर होने वाले अत्याचार से सुरक्षा के पशु अतिचार अधिनियम बना है ,परंतु देश की आजादी के 75 साल बाद भी पत्रकारों की सुरक्षा के लिए भारत सरकार या प्रदेश सरकारों द्वारा पत्रकार सुरक्षा कानून नहीं बनाया जाना चिंता का विषय है।

कोरोना संक्रमण सरकारी स्टंट  

इस अवसर पर श्री एहतेशाम हाशमी ने पत्रकारों को संबोधित होते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण सरकारी स्टंट है। सरकार जब चाहती है इसका उपयोग कर जनता को प्रभावित करती है ।जब सरकार को अपनी चुनावी रैलियां, कार्यक्रम ,सभाओं को आयोजित करना होता है तो लाखों लोगों की भीड़ इकट्ठी करती है । तब कोरोनावायरस संक्रमण की कोई फिक्र रहती है । मगर जब सरकार को यह लगता है के उनकी हार, कमज़ोरी ,असुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है तो वह कोरोना रिमोट कंट्रोल चालू कर कर्फ्यू,लॉकडाउन जैसे हथियारों का उपयोग करती है।

देश वासियों को दी नव वर्ष की शुभकामनाएं

इस अवसर पर श्री हाशमी ने देश वासियों को नव वर्ष की अग्रिम शुभकामनाएं देते हुए आव्हान करते हुए कहा कि हम कामना करते है कि आने वाला साल सबके लिए मंगलमय हो,देश में भाईचारा कायम रहे और संविधान के बताए मार्ग पर देश की जनता सुख शांति के साथ जीवन गुजारे। देश के पत्रकार,वकील और सामाजिक कार्यकर्ता यदि ईमानदारी से जन मानस तक सरकार की विफलताओं को उजागर करेंगे तो वह दिन दूर नहीं जब सरकार को गिरने में देर नहीं लगेगी ।सरकार भय व आतंक के बीच लोगों के बीच सौहार्द बिगाड़ने की जिस पटकथा पर कार्य कर रही है वह देश की जनता के हितों के विपरीत है आज हमारा देश विकासशील देशों की सूची में शामिल होने जा रहा है देश में घटित सांप्रदायिक उन्माद की घटनाओं के कारण विश्व स्तर पर हमें सर झुकाना पड़ रहा है। हम यह कामना करते हैं कि भविष्य में देश का प्रत्येक नागरिक खुशहाल रहे, किसान खुशहाल रहे, सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो, हर जनमानस को उचित स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो,जनता का कल्याण हो,खुशहाल वातावरण की स्थापना हो।

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