बोर्ड के फैसले को लेकर रेलकर्मियों ने मतदान से दी अपनी राय
भोपाल। रेलवे बोर्ड के एक फैसले को लेकर कर्मचारियों में नाराजगी पनप रही है। कई दिनों से जारी विरोध के दौरान रेलकर्मी प्रदर्शन और भूख हड़ताल कर अपनी असहमति दर्ज करवा चुके हैं। इसी कड़ी में कर्मचारियों ने मतदान के जरिए इस फैसले को अपनी राय दर्ज करवाई।
पश्चिम मध्य रेलवे मजदूर संघ के मंडल अध्यक्ष राजेश पांडेय ने बताया कि 21 फरवरी 2022 को रेल्वे बोर्ड ने पत्र जारी किया है कि भारतीय रेल के रुनिग स्टॉफ, चालक जो ट्रेन चलाते हैं, जिनको अपने इंजिन के पर्सनल टूल्स व सामान रखने के लिए एक लाईन बॉक्स दिया जाता हैं, उसको प्रशासन बंद कर रहा है। इसको लेकर दिनांक 4,5 और 6 मार्च को मंडल की सभी लॉबियों पर सभी रनिंग स्टॉफ से उनकी राय मतदान के रुप में कि आप सहमत या असहमत हैं, उनके मत लिए। पांडेय ने बताया कि पहले इसको ट्रेन में रखने के लिए हर डिपो में बॉक्स बॉय रखे गये थे। रेलवे ने उन्हें हटाकर प्रायवेट में दे दिया और अब ये बंद करके पाँच हजार रुपये दे रहे हैं कि चालक बेग खरीदे उसी में सामान रखे और खुद इंजन पर ले जाए। इसके विरोध में मतदान हुआ और 10 मार्च को भोपाल लांबी में सांकेतिक भूख हड़ताल रखी गई। जिसमें वक्ताओ ने प्रशासन को चेताया कि अगर रुनिग स्टॉफ के लाईन बॉक्स बंद किये तो परिणाम बहुत बुरे होंगे। प्रशासन ने रुनिग स्टॉफ का प्यार देखा है, गुस्सा नहीं देखा। उक्त भूख हड़ताल में महामंत्री अशोक शर्मा व अध्यक्ष राजेश पाण्डेय ने संबोधित किया। कमलेश परिहार, रवि चोबे, पीपी मोर्य, दीपक राय, रोहित, चक्रेश जैन आदि उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment