MP : मातृ भाषा वह है, जिसमें हम ख्वाब देखते हैं..!
- नई शिक्षा नीति - 2020 को लेकर सेमिनार सम्पन्न
भोपाल। मादरी जुबान(मातृ भाषा) वह होती है, जिसमें हम ख्वाब देखते हैं, जो हमारी रगों में खून बनकर दौड़ रही है। हम और आने वाली पीढ़ी तरक्की और विकास की तरफ तभी बढ़ पाएंगे, जब हमारी शिक्षा का माध्यम हमारी मातृ भाषा होगी।
नई शिक्षा नीति 2020 को लेकर एक सेमिनार राजधानी भोपाल में आयोजित किया गया। मौलाना आजाद नेश्नल उर्दू यूनिवर्सिटी के स्थानीय सेंटर द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम को कौमी काउंसिल बराए फरोग उर्दू जुबान के सहयोग से किया गया था। कार्यक्रम के मेंहमाने खुसूसी के खिताब करते हुए मनोज कुमार श्रीवास्तव IAS एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (रिटायर्ड) थे। उन्होंने विषय पर बात करते हुए कहा कि नई तालीमी पॉलीसी 2020 मुल्क की आजादी के बाद तालीम के मैदान में एक इंकलाबी कदम है। यह मादरी जुबान में तालीम पर जोर देता है। कार्यक्रम को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी के प्रोफेसर डॉ अली इर्तिका, मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर हलीम खान ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम की शुरुआत में डायरेक्टर रीजनल सेन्टर मानु प्रोफेसर मुहम्मद अहसन ने कहा कि हमारी यूनीवर्सिटी इस तरह के विषयों पर काम कर रही है और करती रहती है। कार्यक्रम का संचालन इकबाल मसूद ने किया।
वक्ताओं और श्रोताओं का आभार सेमिनार के कोरडिनेटर प्रोफेसर नौशाद हुसैन ने माना।
Comments
Post a Comment