माह-ए-रमजान का चांद नज़र आया : तोपों से हुआ ऐलान..!
फाइल फोटो
भोपाल। शाबान माह की आखिरी तारीख को उलेमाओं ने चांद दिखाई की रस्म अदा की और इसके बाद रमजान माह शुरू होने का ऐलान कर दिया। शहर में इस बात की खबर पहुंचाने के लिए मस्जिदों से आतिशबाजी कर सांकेतिक तोप चलाई गई। इसके बाद रात से तरावीह की नमाज का सिलसिला शुरू हो गया है। माह ए रमजान को लेकर शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में चहल पहल बढ़ गई है।
राजधानी भोपाल में चांद देखकर इसका ऐलान करने वाली रुअते हिलाल कमेटी शनिवार शाम को मोती मस्जिद में जुटी। शहर काजी सैयद मुश्ताक अली नदवी, मुफ्ती अब्दुल कलाम कासमी, नायब शहर काजी सैयद बाबर अली सहित उलेमाओं ने चांद देखने की रस्म पूरी की। इसके बाद देश और प्रदेश के अन्य शहरों से भी टेलीफोन पर इसकी तस्दीक करने के बाद चांद दिखाई देने और रमजान माह शुरू होने का ऐलान कर दिया।
इकलौता शहर भोपाल, जहां होती है तोप की गूंज
रियासत भोपाल के दौर से यहां सेहरी और अफतार का वक्त होने की सूचना तोप से देने का रिवाज रहा है। इसी परंपरा को आधुनिक दौर में आतिशबाजी के फटाकों की आवाज से पूरा किया जाता है। रमजान माह की शुरुआत और ईद का चांद दिखाई देने पर भी इसी तरह तोप से लोगों को सूचना दी जाती है। संभवतः प्रदेश में इकलौता शहर भोपाल है, जहां रमजान माह में तोप का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि करीबी जिले रायसेन में अब भी असली तोप मौजूद है, जो किले पर मौजूद है, जिसका इस्तेमाल रमजान माह में किया जाता है।
दूध फैनी, नुकती खारे, खजूर की दौड़
रमजान माह का चांद दिखाई देने के बाद रोजादरों ने अपनी सेहरी और इफ्तार की तैयारियां शुरू कर दी हैं। बाजारों में दूध फैनी, नुकती खारे, खजूर की दुकानें बड़ी तादाद में खुल गई हैं, जिनपर देर रात तक खरीदारों की भीड़ दिखाई दी।
तरावीह का सिलसिला शुरू
माह ए रमजान की खास नमाज में शामिल तरावीह का सिलसिला शनिवार रात से शुरू हो गया है। शहर की लगभग सभी मस्जिदों में इस नमाज के लिए नमाजियों की भीड़ दिखाई दी। शहर की अलग अलग मस्जिदों में अलग अलग दिनों में खत्म होने वाली तरावीह अदा की जा रही हैं। इनमें तीन दिन से लेकर 15 दिन की तरावीह अदा की जाएगी। जबकि कुछ मस्जिदों में इसके लिए 24, 27 और 29 भी तय किए गए हैं।
बोहरा समुदाय ने रखा पहला रोजा
इधर बोहरा समुदाय ने शनिवार को पहला रोजा रखा। दाऊदी बोहरा समुदाय ने रमजान माह की पहली रात शुक्रवार को सभी मस्जिदों में काफी तादाद में लोगों ने नमाज अदा की। हैदरी मस्जिद अलीगंज, हुसैनी मस्जिद पीरगेट, बद्री मस्जिद सैफिया कॉलेज, अहमदी मस्जिद कब्रिस्तान, नजमी हाल नूरमहल, बुरहानी मस्जिद कारोद, इज़ी मोहल्ला कोहेफिजा में लोगों ने नमाज अदा की। गौरतलब है कि बोहरा समुदाय चांद की तस्दीक की बजाए हिंदी तिथि से रमजान की शुरुआत कर तीस रोजे पूरे कर ईद का त्यौहार मनाते हैं।
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