इंदौर के सिरपुर तालाब पर हज़रत दावलशाह वली का उर्स आज से
- मुशायरा और कव्वाली की सजेगी महफिल
✍️ ताहिर सिद्दीकी
इंदौर(मध्य प्रदेश) । सिरपुर तालाब स्थित सूफी बुजुर्ग हजरत दावल शाह वली की दरगाह पर सालाना उर्स 26 से 29 मई तक राष्ट्रीय एकता के संदेश के साथ मनाया जाएगा।
उर्स कमेटी के संयोजक हाजी सोहराब पटेल, अध्यक्ष हाजी सादिक़ पटेल, उपाध्यक्ष दिलावर पटेल, कोषाध्यक्ष एहसान ठेकेदार, सचिव सादिक अली, कुदरत कबाड़ी ने बताया उर्स की शुरुआत 26 मई को शाम 6 बजे चादर पेश करने ल साथ होगी। चादर का परम्परागत जुलूस बांक की मक्का मस्जिद से निकलेगा। 26 मई को ही रात में मुशायरे की महफ़िल भी सजेगी। जिसमें शायर सूफियाना कलाम पढ़ेंगे।
इस उर्स में कव्वाली की खूबसूरत महफ़िल भी सजेगी। जिसमें मुल्क के नामवर कव्वाल शिरकत करेंगे।
उत्तरप्रदेश के मशहूर कव्वाल जुनेद सुल्तानी और इंदौर के आफताब क़ादरी की कव्वाली 27 मई को रात 9 बजे से होगी। जलालाबाद के मक़बूल कव्वाल सरफ़राज़ अनवर भी इंदौर आ रहे हैं। फनकार सरफ़राज़ अनवर और भोपाल के मुकर्रम वारसी 28 मई को रात 9.30 बजे से सूफियाना कव्वाली सुनाएंगे। सरफ़राज़ अनवर इन दिनों देश भर में कव्वाली की महफ़िल लूट रहे हैं। मुल्क के मक़बूल कव्वाल अक़ीदत,मोहब्बत के कलाम सुनाएंगे। उर्स के आखिरी दिन 29 मई को सुबह 10 बजे रंगे महफिल, 11 बजे लंगर होगा। उर्स में सभी धर्मों के लोग मिलजुलकर शिरकत करेंगे।
उर्स की तैयारियां कई दिनों से चल रही है। उर्स को कामयाब बनाने के लिए अपील करते हुए उर्स संयोजक हाजी सोहराब पटेल,उर्स कमेटी के अध्यक्ष हाजी सादिक़ पटेल ने बताया कि ये उर्स हिन्दू -मुस्लिम एकता का प्रतीक है। दूर दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे।
पश्चिमी क्षेत्र का ये सबसे बड़ा उर्स होता है।शहर में खजराना के बाद ये दूसरा बड़ा उर्स है। उर्स को सफल बनाने के लिए विभिन्न समितियां बनाकर सभी को ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
लंगर व्यवस्थापक में नाना ठेकेदार आशिक पटेल, मदन चौधरी, दिलीप चौधरी, राहुल चौधरी को दायित्व सौंपा गया है। उर्स के दौरान अंसार लाला, मक्का मस्जिद,के सदर हाजी इसहाक़ पटेल राधेश्याम चौहान भी विशेष इंतेजामिया सहयोग प्रतिनिधि रहेंगे।
आज शाम मुशायरे में नामचीन शायर करेंगे शिरकत
सिरपुर तालाब स्थित हज़रत दावल शाह वली दरगाह मैदान पर आज 26 जनवरी को रात बजे से अखिल भारतीय मुशायरा होगा।
जिसमें देशभर के नामचीन शायर अपने कलाम सुनाएंगे। हनीफ दानिश ने बताया मुशायरे में इंदौर के वरिष्ठ शायर अज़ीज़ अंसारी, नईम अख्तर खादमी (बुरहानपुर), आगा सरोश (हैदराबाद), मुश्ताक अहमद मुश्ताक (मालेगांव), शरफ नानपारवी साहब (दिल्ली), शाहनवाज़ असीमी (उज्जैन) अहद अमजद (बुरहानपुर),फय्याज अहसन (अकोला), अली सिफर शफ़क़त (खरगोन) ।
इनके अलावा इंदौर के रईस अनवर, मुश्ताक अंसारी, सतलज राहत, तजदीद साक़ी, शरीफ कैफ, शाहनवाज़ अंसारी की उम्दा शायरी सुनने को मिलेगी। निज़ामत (संचालन) की ज़िम्मेदारी भोपाल के शायर बद्र वास्ती संभालेंगे। सभी शायरी के क़द्रदानों के लिए मुशायरा खुला। कोरोना काल के बाद बड़े पैमाने पर हो रहे इस मुशायरे को लेकर ख़ासा उत्साह है।
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