ऑनलाइन ठगी : शिकायत के बाद बीच रास्ते भाग रहे ठगे गए लोग
- आकर्षित करने वाली कमसिन बालाओं के नाम पर बनती है प्रोफाइल
✍️क्राइम रिपोर्टर
भोपाल। राजधानी के लोगों के साथ ऑन लाइन ठगी के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। 1 जनवरी 2019 से लेकर मार्च 2022 तक कुल 39 महीनों में ऑन लाइन ब्लैकमेलिंग की करीब 150 शिकायतें भोपाल के सायवर थाने में की जा चुकी हैं। इन शिकायतों में से महज तीस शिकायतों का ही पुलिस निराकरण कर सकी है। अधिकारियों का तर्क है कि शिकायत के बाद अधिकांश फरियादी आगे कार्रवाई कराने से इनकार कर देते हैं। उन्हें बदनामी का डर रहता है। लिहाजा ऐसे आवेदनों की नस्ती बना दी जाती है। मजबूत फरियादी मिलने पर पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार कर उन्हें सलाखों के पीछे तक पहुंचाया है।
जानकारी के अनुसार आम तौर पर क्रेडिट कार्ड अपडेट, केवायसी अपडेट, लॉटरी खुलने आदि का झांसा देकर और नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी जैसी वारदातें की जाती हैं। इसी के साथ शादी कराने के नाम पर और ओएलएक्स पर सस्ती कारें बेचने का झांसा देकर भी कई वारदातें की गई हैं। इस प्रकार की अधिकांश वारदातों को पुलिस ने ट्रेस भी कर लेती है। वहीं सोशल साइट पर दोस्ती के बाद वीडियो कॉलिंग पर अश्लील वीडियो बनाने और ऑन लाइन ब्लैकमेल कर लाखों रुपए वसूलने वालों को पकड़ना पुलिस के लिए अधिक मुश्किल होता है। इस लड़कियों के तरह की वारदातों के लिए फर्जी सिमों तथा फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रकार की ठगी करने वाले ज्यादातर गिरोह पश्चिम बंगाल और बिहार के होते हैं। यह लोग मरे हुए लोगों के नाम की सिम तथा रकम ट्रांसफर कराने के लिए खातों का इस्तेमाल करते हैं।
कम उम्र की आकर्षित करने वाली लड़कियों के नाम पर बनती है प्रोफाइल
लोगों को फांसने के लिए सायबर अपराधी कम उम्र की गरीब लड़कियों को इस्तेमाल करते हैं। सूत्रों का दावा है कि पश्चिम बंगाल के एक गरीब गांव में हरियाणा और बिहार के ठगोरों ने दर्जनों की तादाद में लड़कियों को स्मार्टफोन व फर्जी सिम दी है। लोगों को झांसा देने के लिए इन लड़कियों को बकायदा ट्रेनिंग दी जाती है। प्रेम प्रसंग में फांसने के बाद यह युवतियां लोगों का अश्लिील वीडियो बनाती हैं। इसके बाद अपने सरगनाओं द्वारा दिए फर्जी खातों में रकम ट्रांसफर कराने का काम करती हैं। इस काम के लिए लड़कियों को 5-6 हजार रुपए महीना फिक्स सैलेरी के साथ रखा जाता है।
भोपाल सांसद को भी आ चुका सैक्सटॉर्शन कॉल
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भरतपुर के दो ठगों ने सेक्सटॉर्शन में फंसाने की कोशिश की थी। आरोपी पकड़े गए थे। दरअसल सांसद ने इसी साल 7 फरवरी को भोपाल के थाना टीटी नगर में इसे लेकर मामला दर्ज करवाया। जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में भरतपुर जिले की सीकरी थाना पुलिस की मदद से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
इनका कहना है
ऑन लाइन ब्लैक मेलिंग के बाद लोग शिकायत कर देते हैं। आवेदन की जांच शुरू होते ही बदनामी का डर बताते हुए कार्रवाई न करने की बात कहते हैं। जांच में सहयोग नहीं करते, लिहाजा पुलिस को ऐसे आवेदनों पर खात्मा लगाना पड़ता है। कई मामलों में मजबूत फरियादी मिलने पर आरोपियों को तलाशकर जेल तक पहुंचाया गया है।
अवध चौधरी, एसीपी सायबर अपराध, भोपाल
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