पूर्व CM कमलनाथ ने कहा - हम हिन्दू हैं, परंतु धर्म को राजनीति के मंच पर नहीं लाते
भोपाल(मध्य प्रदेश)। भाजपा, पैसा, पुलिस, प्रशासन और प्रेस की आड़ लेकर दबाव-छिपाओं की राजनीति कर रही है। भाजपा का चुनाव के समय एजेंडा कुछ रहता है और सत्ता में आने के बाद कुछ और। हम हिंदू है और यह बड़े गर्व के साथ कहते है। परन्तु हम इसे राजनीति के म्ंच पर कभी नहीं लाते है। बीजेपी हमारे मजबूत भारतीय समाज को बाँटने का काम करती है। अधिवक्ता संविधान और कानून का ज्ञाता होता है, वह एक व्यक्ति नहीं बल्कि एक संस्था के रूप में होता है। अधिवक्ता समाज के रक्षक हैं, संस्कृति के रक्षक हैं , उनका सभी वर्ग एवं समाज के लोगों से सीधा संवाद रहता है जो कानून के माध्यम से शोषित, पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने का सबसे महत्वपूर्ण कार्य करता है। शिवराज सिंह ने पिछड़ा वर्ग को पंचायत और निकाय चुनाव में केवल 9- 10 प्रतिशत आरक्षण दिया, ओबीसी आरक्षण को लेकर झूठ परोस रहे हैं और बधाई के पोस्टर लग रहे हैं। यह बात प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कांग्रेस विधि एवं मानव अधिकार विभाग के प्रदेश स्तरीय अधिवक्ता सम्ममेलन में कहीं।
इस अवसर पर विवेक तन्खा ने बताया कि राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा मे ओबोसी को उनका हक दिलाने मे हमने कोई कसर नहीं छोड़ी। 3 घण्टे की बहस मे परीक्षा रद्द कर ओबीसी आरक्षण के अनुसार पदों की गणना कर दोबारा परीक्षा कराने के आदेश करवाए।
प्रदेश कांग्रेस विधि एवं मानव अधिकार विभाग के अध्यक्ष राजेन्द्र बब्वर ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि पार्टी संगठन से जुड़े हुए अधिवक्ता प्रत्येक चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनाव एवं पंचायत चुनाव में विधि एवं मानव अधिकार विभाग के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता पूरी ताकत के साथ काम करेंगे। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा , पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, समन्वयक दीपचंद यादव, सै.साजिद अली, विजय चौधरी, रामेश्वर नीखरा और प्रदेश कांग्रेस विधि एवं मानव अधिकार विभाग के महासचिव खालिद हाफिज ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में कमलनाथ ने वरिष्ठ अधिवक्ता दीपचंद यादव, टीकाराम यादव, हेमंत कुमार, बीपी,श्रीवास्तव, विजय चौधरी, जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.पीसी कोठारी , शबिस्ता आसिफ जकी, कविता पांडे,आभा सिंह एवं इंदू अवस्थी का शॉल- श्रीफल से स्वागत किया है।
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