AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- 'हम सावरकर और RSS के हिंदुत्व के खिलाफ हैं, हिन्दू भाईयों के नहीं'
'मैं राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता को स्वीकार नहीं करता, मैं संविधान में विश्वास रखता हूं'
✍सप्तग्रह रिपोर्टर
मध्य प्रदेश के नगरीय निकाय चुनावों में अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार करने आए ओवैसी ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर अग्निपथ योजना का विरोध किया और नूपुर शर्मा को गिरफ्तार करने की मांग की।
... तो क्या एआईएमआईएम के कारण ही प्रज्ञा ठाकुर भोपाल से चुनाव जीत गई
पत्रकारों से बातचीत में ओवैसी ने कांग्रेस के इस आरोप को खारिज कर दिया कि एआईएमआईएम चुनाव में उसके वोट काटती है। उन्होंने व्यंग्य किया कि अगर ऐसा है तो क्या एआईएमआईएम के कारण ही प्रज्ञा ठाकुर भोपाल से लोकसभा का चुनाव जीत गईं और कांग्रेस के 22 विधायकों ने शिवराज सिंह चौहान को फिर से सत्ता में लाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाया।
... तो खत्म हो जाएगी कांग्रेस की राजनीति
ओवैसी ने पत्रकारों से कहा, ‘कांग्रेस नीचे जा रही है। हम उम्मीद करते हैं कि कांग्रेस कमजोर पड़ जाए ताकि देश में एक नई राजनीति शुरू हो सके।’ हैदराबाद के सांसद ने कहा कि अगर मुसलमान राजनीतिक नेतृत्व में अपनी हिस्सेदारी को सही से समझेंगे तो कांग्रेस की राजनीति खत्म हो जाएगी। ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस की खराब स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब उसके नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के लिए बुलाया तो वह 100 लोगों को भी सड़क पर जमा करने में विफल रही।
दलित एवं आदिवासी समाज के साथ गठबंधन की अपील
ओवैसी ने मुस्लिमों से स्थानीय निकायों और विधानसभा में पर्याप्त प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने और दलित एवं आदिवासी समाज के साथ गठबंधन कर नेतृत्व बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि कुछ विधायक तीन दशकों से अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, लेकिन शिक्षा के बुनियादी ढांचे को विकसित करने में विफल रहे हैं जिसके नतीजा है कि मुसलमानों में साक्षरता सबसे कम है।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट-यह हैं इनके दोहरे मापदंड
महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी और कांग्रेस, शिवसेना को सत्ता से दूर रखने के लिए लोगों से एआईएमआईएम को वोट नहीं देने की अपील कर रहे थे। चुनाव के बाद उन्होंने सरकार बनाने के लिए शिवसेना से ही हाथ मिला लिया। यह इनके दोहरे मापदंड हैं। मैं राजनीतिक धर्मनिरपेक्षता को स्वीकार नहीं करता हूं, मैं संविधान में विश्वास रखता हूं।
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