दर्दनाक हादसा : देवी दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में गिरी, 27 की मौत


  • 10 से अधिक घायल; मृतकों में 14 बच्चे और 13 महिलाएं शामिल 
  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, PM मोदी और CM योगी सहित कई नेताओं ने दुर्घटना पर जताया शोक 

कानपुर के घाटमपुर में शनिवार रात 50 श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली तालाब में गिर गई। हादसे में 27 लोगों की मौत हो गई। 10 से ज्यादा घायल हैं। गांव वालों की मदद से पुलिस रेस्क्यू में जुटी है। बताया जा रहा है कि सभी श्रद्धालु उन्नाव के चंद्रिका देवी मंदिर में दर्शन कर लौट रहे थे। मरने वालों में 14 बच्चे और 13 महिलाएं शामिल हैं।


SP आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि सभी लोग घाटमपुर के कोर्था गांव के रहने वाले हैं। घायलों को भीतरगांव सीएचसी में भर्ती कराया गया। गंभीर घायलों को कानपुर के हैलट हॉस्पिटल रेफर किया गया है। मृतकों का पोस्टमॉर्टम रात में ही किया जाएगा।

मृतकों के परिजन को 2-2 लाख मुआवजे का ऐलान


घटना को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है। मृतकों के परिजनों को PMNRF से 2 लाख रुपए और घायलों को 50,000 रुपए की मुआवजा देने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर दुख जताया है। सीएम ने सीएम ने अपील की है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों और माल ढुलाई के लिए ही करें। इससे सवारियों की ढुलाई न करें।


सीएम ने कैबिनेट मंत्री राकेश सचान एवं अजीत पाल को मौके पर जाकर राहत कार्यों में तेज़ी लाने के निर्देश दिए हैं। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।


बताया जा रहा है कि ये सभी उन्नाव जिले के चंद्रिका देवी मंदिर में मुंडन कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। दर्शन कर वापस अपने गांव कोरथा लौट रहे थे। वापस लौटते समय घाटमपुर के साढ़ और गंभीरपुर गांव के बीच सड़क किनारे एक तालाब में इनकी ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई।


मुंडन संस्कार से लौट रहे थे सभी


जानकारी के अनुसार, कोरथा के रहने वाले राजू निषाद अपने बच्चे का मुंडन कराने रिश्तेदारों संग चंद्रिका देवी मंदिर गए थे। राजू ही ट्रैक्टर चला रहा था। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि तीन चार जो लोग कूद गए, वो ही बचे हैं। बाकी लोग दबे हुए हैं। हादसे में माता-पिता और जिस बच्चे का मुंडन था, उनकी भी मौत हो गई है।

प्रशासन पर लापरवाही के लग रहे आरोप


घटना की जानकारी मिलने के बाद एम्बुलेंस मौके पर भेजे गए। हालांकि स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण एम्बुलेंस देरी से पहुंची। अगर एम्बुलेंस सही समय पर पहुंचती तो और लोगों की जान बच सकती थी। माना जा रहा है कि ट्रैक्टर के अंदर दबे लोगों की दम घुटने से मौत हुई है। फिलहाल राहत कार्य जारी है। मौके पर सांसद देवेंद्र सिंह भोले और विधायक अभिजीत सिंह सांगा भी पहुंच गए हैं।


कानपुर हैलेट मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. संजय काला ने बताया कि अस्पताल में 2 बच्चों की मौत डूबने से हुई है। इनके नाम 3 वर्ष की दिव्या और 12 साल की रंजना है। एडमिट बाकी 4 लोग की हालत खतरे से बाहर है।


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