धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने कहा- मेजर मुस्तफा की शहादत राष्ट्र और समाज के लिए अमूल्य व अविस्मरणीय
- दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु ने मेजर मुस्तफा के घर पहुंच कर परिवार को बंधाया ढाढस
- मेजर मुस्तफा को सैन्य सम्मान के साथ उदयपुर के खानजी पीर कब्रिस्तान में किया सुपुर्द-ए-खाक
- मेजर मुस्तफा सहित चार जवानों का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हो गया था निधन
✍️शफकत हुसैन दाऊदी
उदयपुर। दाऊदी बोहरा समाज के धर्मगुरु परमपावन सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने व्यक्तिगत रूप से मेजर मुस्तफा ज़कीउद्दीन के परिवार से उनके निवास पर मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। मेजर मुस्तफा अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में वीरगति को प्राप्त हुए थे।
सैयदना साहब ने उनके बलिदान को राष्ट्र के लिए और संपूर्ण समाज के लिए अमूल्य और अविस्मरणीय बताते हुए कहा कि राष्ट्र के प्रति वफादारी का एक मार्गदर्शक उदाहरण हैं। बोहरा समाज इसी भावना पर चलने के लिए अपने अनुयाईयों को प्रेरित करता है। मेजर मुस्तफा की शहादत इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र के कई शहरों की अपनी चल रही यात्रा के दौरान सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन ने बुधवार 26 अक्टूबर को खेरोदा गांव में दिवंगत मेजर मुस्तफा के घर पहुंचे थे। उन्होंने मेजर मुस्तफा के परिवार के सदस्यों को सांत्वना दी और देश के लिए अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए उनके बलिदान को स्वीकार किया।
भारतीय सेना के मेजर मुस्तफा ज़कीउद्दीन और चार जवानों का 21 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में मिगिंग गांव के पास पहाड़ियों में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया था।
उदयपुर के दाऊदी बोहरा समाज के मेजर मुस्तफा ने छह साल तक भारतीय सेना में सेवा की। उन्हें उदयपुर के खानजीपीर कब्रिस्तान में सैन्य सम्मान के साथ दफनाया गया था।
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