ऐ अल्लाह, सारी दुनिया को इल्म के नूर से रौशन कर दे..!


  • दुआ-ए-खास के साथ आलमी तब्लीगी इज्तिमा का समापन, दीन सीखने निकलीं सैकड़ों जमातें

✍️ खान अशु

भोपाल। ऐ अल्लाह, सारी दुनिया को इल्म के नूर से रौशन कर दे... ऐ अल्लाह सारी कायनात में अमन, सुकून, भाईचारे की हवाएँ चला दे... ऐ अल्लाह इस शहर, सूबे, मुल्क को कामयाबी, तरक्की की बुलंदिया बख्श दे... ऐ अल्लाह दुनिया के हर इंसान को सच्चाई, ईमानदारी और हक पर चलने की आसानी फरमा दे... इज्तिमा में शिरकत करने वालों, इसके इन्तजाम करने वालों, इसकी तैयारी में मदद करने वालों की तमाम जायजा हाजतों को पूरा कर दे... ऐ अल्लाह सारे आलम में आ रही तबाहियो से तमाम लोगों की हिफाजत फरमा... ऐ अल्लाह हमने जो माँगा वह भी अता फरमा, जो माँगने से रह गया वह भी अता फरमा...!

(यहां देखें वीडियो -) 






लाखों लोगों के मजमे की शिरकत के बीच मौलाना साअद साहब ने जब इज्तिमागाह में यह दुआ करवाई तो हर तरफ से उठने वाली आमीन की आवाज ने माहौल को रुहानियत से भर दिया। आलमी तब्लीगी इज्तिमा के आखिरी दिन सोमवार को सुबह करीब 9.21 बजे तक मौलाना साअद साहब का बयान चलता रहा। इस दौरान तब्लीग के छह बिन्दुओं को तफ्सील से समझाते हुए उन्होंने दुनियाभर के लिए रवाना होने वाली जमातों को तालीम दी। सुबह करीब 9.28 बजे साअद साहब ने दुआ शुरु की, जो करीब 29 मिनट चली। दुआ के दौरान पूरे मजमे में पिन ड्राप साइलेन्ट के हालात बन गए थे। इस समय यहाँ दूर-दूर तक सिर्फ साअद साहब की आवाज गूंज रही थी और बीच में अकीदतमंदों की आमीन की आवाजें आ रही थी।

दुआ से पहले हुआ बयान

दुआ-ए-खास से पहले मजबे को खिताब करते हुए मौलाना साअद साहब ने कहा कि तब्लीग का काम हमारे आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के पसंदीदा कामों में से एक है। उन्होंने दीन की खातिर बेहद तकलीफ और परेशानियां उठाईं हैं। उन्होंने कहा कि आज इंसान ने अपनी जरुरत को दुनिया के आसपास महदुद (सीमित) कर लिया है। जबकि अपनी असल जिंदगी आखिरत के लिए तैयारी करने की उसे फिक्र नहीं है। जमातों में निकलकर तब्लीग के जरिए लोगों को असल जिंदगी की मेहनत के लिए ही बताया जा रहा है।

रवाना हुई सैकड़ों जमातें

आलमी तब्लीगी इज्तिमा के आखिरी दिन इज्तिमागाह से करीब 2 हजार जमाते रवाना हुई। मौलाना साअद साहब ने मुसाफा कर और दुआओं के साथ इन्हें रवाना किया। यह जमातें देशभर और दुनिया के कोने-कोने में जाकर तब्लीग का काम करेंगी।

नेटवर्क हुआ ध्वस्त

लाखों लोगों की मौजूदगी ने इज्तिमागाह और आसपास के क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क को बुरी तरह प्रभावित किया। शनिवार से बन रही परेशानी ने सोमवार आते आते मोबाइल फोन को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। हालांकि बीएसएनएल और निजी कंपनियों ने यहां विशेष इंतजाम कर नेटवर्क व्यवस्थित रखने की कवायद की थी, लेकिन यह इंतजाम नाकाफी साबित हुए।

कोशिश सबको राहत की

चार दिन के इज्तिमा के दौरान प्रबंधन, वालेंटीयर्स और सरकारी विभागों के अलावा आसपास के रहवासियों और शहर की सामाजिक संस्थाओं ने भी जमातियो को सहूलियत के लिए कई काम किए। इनमें रास्ते में पानी, चाय, नाश्ते के फ्री इंतजाम से लेकर लोगों को इज्तिमागाह तक फ्री आवाजाही के साधन मुहैया कराने वाले भी शामिल थे। एक स्थानीय मैकेनिक ने इज्तिमागाह के रास्ते में खराब होने वाले वाहनों के मुफ्त रिपेयरिंग का ऐलान कर इसकी सूचना सोशल मीडिया के जरिए लोगों तक पहुंचाई। सर्दी से बचाव के साधन साथ न ला पाने वाले लोगों को मुफ्त कंबल वितरित करने के काम भी इज्तिमा अवधि में किए गए थे।

दिखी गंगा-जमनी तहजीब

दुआ के बाद घरों के लिए रवाना हुए लोगों को रास्ते की परेशानियों से बचाने के लिए इस्लाम नगर, सेमरा सैयद, गोलखेडी, लाम्बाखेडा आदि ग्रामों के बाशिंदों ने व्यवस्थाएं की थी। पीने के पानी, चाय आदि के अलावा ये जमातियो को व्यवस्थित यातायात के इंतजाम भी संभाल रहे थे। गौरतलब है कि इन ग्रामीणों में अधिकांश हिन्दू समुदाय के लोग हैं। आखिरी दिन की व्यवस्थाओं के अलावा हिन्दू समाज के लोगों ने इज्तिमा की पार्किंग के लिए भी अपने खेतों में जगह उपलब्ध कराई हैं। इसके अलावा इज्तिमागाह पर तैयार किए गए अस्थाई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को तैयार करने के लिए बिछाई गई लाइन के लिए भी कई हिंदू भाइयों ने अपने खेतों से पाइप लाइन गुजारने की जगह दी है।

नेता नदारद, पोस्टर हाजिर

आमतौर पर इज्तिमागाह पहुंचकर उलेमाओं की दुआएं लेने वाले सियासी लोग इस बार दिखाई नहीं दिए। सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों के इन नेताओं की भौतिक गैर मौजूदगी के बावजूद पूरे रास्ते इनके समर्थकों के इस्तकबालिया पोस्टर दिखाई दिए।

हफ्ते का काम रातों रात

इज्तिमागाह पर बनाए गए अस्थाई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए पीएचई विभाग ने पूरा काम महज एक रात में पूरा कर दिखाया। इज्तिमा वालेंटियर्स की मदद से किए इस काम को आमतौर पर करने में कम से कम एक सप्ताह का समय लग सकता है। बड़ी राशि खर्च कर होने वाला ये काम बहुत ही कम लागत पर पूरा किया गया। इस व्यवस्था का नतीजा यह हुआ कि पूरे इज्तिमा अवधि में पूरे समय लोगों को दुर्गंध और गंदगी से पूरी तरह निजात मिली रही।

सबका शुक्रिया, सबका आभार

इज्तिमा इन्तजामिया कमेटी के अतीक-उल-इस्लाम और आरिफ गौहर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रामखेलावन पटेल, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन सहित सभी शासकीय-अशासकीय विभागों, वालेन्टियर्स और व्यवस्था में प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया है।

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