इंदौर के एमवाय अस्पताल में मरीज को थप्पड़ जड़ने वाला डॉक्टर सस्पेंड


  • एमवाय अस्पताल में उज्जैन से रैफर होकर आया था मरीज
  • इलाज के दौरान मरीज के एचआइवी पाजिटिव होने का पता चला तो बिफरे डॉक्टर 

✍️ सप्तग्रह ब्यूरो 

इंदौर । एमवाय अस्पताल में हड्डी रोग विभाग के डॉक्टर ने शनिवार को एचआइवी पीड़ित रोगी को थप्पड़ जड़ दिए, क्योंकि रोगी ने एचआइवी संक्रमित होने का तथ्य कथित रूप से छिपाया था। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद संभागायुक्त माल सिंह के निर्देश पर डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया।

दरअसल, शुक्रवार रात उज्जैन निवासी 44 वर्षीय मरीज सड़क हादसे में घायल हो गया था। स्वजन ने उसे उज्जैन के अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां से शनिवार को एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया गया। मरीज के सीधे पैर की हड्डी टूटी हुई थी और पैर में घाव था। इसकी ड्रेसिंग और प्राथमिक उपचार आकस्मिक चिकित्सा विभाग में जूनियर डॉ. आकाश कौशल द्वारा किया जा रहा था। मरीज दोपहर 2.30 बजे से अस्पताल में भर्ती था, लेकिन मरीज और स्वजन ने एचआइवी वाली बात डॉक्टरों को नहीं बताई थी।

स्वजन डाक्टरों से लगाते रहे गुहार

जब शाम चार बजे मरीज की एक रिपोर्ट डॉक्टर ने देखी तो उसमें एचआइवी पाजिटिव होने का पता चला। इसके बाद डॉक्टर ने मरीज के साथ अभद्र व्यवहार किया। डॉ. आकाश ने मरीज के हाथ मरोड़े और अश्लील शब्द बोलते हुए उसके गाल पर थप्पड़ जड़ दिए। इतना ही नहीं, वहां मौजूद स्वजन डॉक्टर से गुहार लगाते रहे, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। वहां मौजूद अन्य डॉक्टर भी पहले तो काफी देर तक तमाशा देखते रहे। बाद में डॉक्टर को मारने से रोका और समझाइश देकर रवाना किया।

स्वजन बोले- हमने पहले ही फाइल दे दी थी

स्वजन ने बताया कि हमने डॉक्टर से बीमारी के बारे में कोई बात नहीं छिपाई थी। हमने पहले ही फाइल दे दी थी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। डॉक्टर तो मरीजों की मदद के लिए होते हैं, लेकिन इस तरह का व्यवहार करना उचित नहीं है। मरीज अभी भी अस्पताल में भर्ती है।

एमवाय अस्पताल की सुविधाओं पर उठे सवाल

मामले में एमवाय अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज, डॉक्टर और स्टाफ को भी संक्रमण का खतरा हो गया है। जब संक्रमण की जानकारी छुपाने पर आपत्ति ली गई तो विवाद करने लगे। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर भी वायरल होता रहा, कई राजनेताओं के अकाउंट पर भी यह वीडियो देखा गया। इसमें उन्होंने एमवाय अस्पताल में दी जा रही सुविधा पर सवाल खड़े किए।

जांच कमेटी गठित

संभागायुक्त माल सिंह के निर्देश पर डीन डॉ. संजय दीक्षित ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की। इसमें अस्थि रोग विभागाध्यक्ष डॉ. आनंद अजमेरा को अध्यक्ष और सर्जरी विभाग के डाॅ. अंकित चुरमा और मेडिसिन विभाग के डॉ. अमन यादव को सदस्य बनाया है। यह जांच समिति तीन दिनों में रिपोर्ट तैयार कर सौंपेगी।

मामले की जांच होगी

विभागाध्यक्ष आर्थोपेडिक द्वारा जूनियर डाक्टर को निलंबित कर दिया है और अधिष्ठाता एमजीएम मेडिकल कालेज इंदौर ने जांच समिति बना दी है। - डॉ. पीएस ठाकुर, अधीक्षक, एमवाय अस्पताल

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