मध्य प्रदेश में सियासी हलचल तेज : भोपाल में कांग्रेस का प्रदर्शन, पुलिस ने चलाए वाटर कैनन, बैरिकेड से गिरे जीतू पटवारी
- मध्य प्रदेश में माफियाओं की सरकार : जीतू पटवारी
- कांग्रेस का हाथ, अपराधियों के साथ : विष्णुदत्त शर्मा
- कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की गैर-मजूदगी चर्चा में
सियासत के रंग ✍️नौशाद कुरैशी
मध्य प्रदेश कांग्रेस लगातार आंदोलन की राह पर है और प्रदेश में सियासी हलचल तेज हो गई है। मध्य प्रदेश के अलग-अलग विभागों में हुए भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस सड़कों पर आंदोलन कर रही है। भाजपा की मोहन सरकार को आरोपों के कटघरे में खड़ा कर रही है, तो वहीं सत्ताधारी भाजपा भी विपक्ष के आरोपों की धार बोथरी करने में देर नहीं कर रही है। शुक्रवार को राजधानी भोपाल में प्रदेश युवा कांग्रेस द्वारा 'क्या हुआ तेरा वादा' अभियान के समापन में मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष मितेन्द्र दर्शन सिंह के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास के घेराव करने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने रोक लिया। जिसमें 5 लाख पोस्टकार्ड लेकर हजारों युवा कांग्रेस और कांग्रेस कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास की तरफ आगे बढ़े पुलिस ने रोशनपुरा चौराहा के पास 7 लेयर की बैरिकेडिंग की थी। यूथ कांग्रेस ने जैसे ही पहली लेयर तोड़ी पुलिस ने वाटर कैनन चलाकर कार्यकर्ताओं को खदेड़ना शुरू कर दिया वहीं पुलिस ने आसूं गैस के गोले भी चलाएं लाठीचार्ज भी किया जिसमें कई कार्यकर्ता को चोट भी आई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी बेरिकेड पर चढ़ गए पुलिस ने वाटर कैनन चलाया पानी के प्रेशर से पटवारी नीचे गिर गए जिससे उनको चोट भी आई वहीं कांग्रेस नेताओं समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया।
बीजेपी सरकार हमें डरा नहीं सकती : कांग्रेस
वाटर कैनन का शिकार बने मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा ये सरकार मोहन यादव और बीजेपी की सरकार नहीं ये माफियाओं की सरकार है। मोहन सरकार में एक मंत्री ऐसा नहीं, जो बिना दलाली के काम करता हो। लगभग 100 दलाल भोपाल-इंदौर में घूम रहे हैं, जो लैंड यूज चेंज करा रहे। उन्होंने कहा कि सागर में दलित परिवार के 3 लोग मार दिए कटनी में दलित को पीटा आगे जो बीजेपी की नौकरी करेगा उसके खिलाफ कांग्रेस का कार्यकर्ता सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़कर केस दर्ज कराएगा। दो दिन पहले मुख्यमंत्री जी ने कहा था कि भारत में रहना है तो राम कृष्ण कहना होगा। मोहन यादव जी कांग्रेस का युवा साथी आपको चुनौती देता है कि आपको मुख्यमंत्री रहना है तो कर्ज लेना बंद करना होगा। जातिगत जनगणना करानी होगी। दलितों पर अत्याचार बंद करना होगा। सोयाबीन के दाम 6 हजार करने होंगे। ढाई लाख नौकरी देनी होगी।बाबा साहब आंबेडकर के संविधान से नफरत बंद करनी होगी । जीतू पटवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए विपक्ष पर दमन की नीति अपना रही है। बीजेपी सरकार हमें डरा नहीं सकती। हम जनता के मुद्दों को उजागर करते रहेंगे।
सीएम के कड़े निर्णय से कांग्रेस में बौखलाहट : भाजपा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डॉ. मोहन यादव संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं और कड़े निर्णय, अथक मेहनत व परिश्रम से लगातार उपलब्धियों को हासिल कर रहे हैं, इससे कांग्रेस में बौखलाहट है। । उन्होंने कहा कि मेरे और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के संज्ञान में मामला आने के बाद त्वरित एक्शन लिया गया और 6 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई। शर्मा ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि टीकमगढ़ में जब सलीम खां और लालू खां आदिवासी पीड़िता के साथ अन्याय करते हैं, तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस व कांग्रेस अध्यक्ष को नजर नहीं आता। छतरपुर की घटना में जब थाने के अंदर पुलिस पर प्रहार होता है, तो कांग्रेस नेताओं की आवाज नहीं निकलती। कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से लेकर दिल्ली तक कांग्रेस के नेता अलाप करते हुए नजर आए, लेकिन जब बंगाल की घटना पर राष्ट्रपति जी का मन दुखी होता है, तब कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी की जुबान से एक शब्द नहीं निकलता। बेटी हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी मौन धारण क्यों कर लेती हैं। कांग्रेस का हाथ हमेशा आपराधिक छवि वालों के साथ दिखाई देता है और जहां तुष्टिकरण की राजनीति दिखाई दे, वहां कांग्रेस नेताओं की जुबान खुलती है।
नजर नहीं आए कमलनाथ और दिग्विजय
दिलचस्प बात यह है कि युवा कांग्रेस के प्रदर्शन में कांग्रेस तथा राज्य के कई बड़े नेता सम्मिलित हुए, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री द्वय कमलनाथ और दिग्विजय सिंह नजर नहीं आए। पार्टी के दोनों दिग्गज नेताओं की गैरमौजूदगी को लेकर राजनीति के गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। प्रदेश में संगठन की मजबूती के प्रयासों के बीच वरिष्ठ नेताओं का धरना-प्रदर्शन और पार्टी की बैठकों से दूरी बनाना कई सवाल खड़े कर रहा है, जिनका जवाब दल के जिम्मेदारों के पास भी नहीं है। बहरहाल, प्रदर्शन में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, विधायक आरिफ मसूद, सज्जन सिंह वर्मा, ओमकार सिंह मरकाम, हेमंत कटारे समेत अनेक नेता शामिल हुए।
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