जिला शिक्षा अधिकारी बिसेन ने रोहना एवं सोमलवाड़ा के स्कूलों का किया निरीक्षण
- निरीक्षण के दौरान कुछ शिक्षक अनुपस्थित एवं बच्चों की शैक्षणिक योग्यता संतोषजनक नहीं पाई गई
✍️नर्मदापुरम से राजीव रोहर की रिपोर्ट
जिला शिक्षा अधिकारी शत्रुंजय सिह बिसेन ने शनिवार को सोमलवाडा एवं रोहना के शा उमावि आकस्मिक निरीक्षण किया। रोहना के स्कूल में कुछ शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। जिन पर नियमानुसार कार्यवाही करनें के निर्देश जारी किये जाऐंगे। सोमालवाड़ा के स्कूल में निरीक्षण के दौरान एक शिक्षक अवकाश पर एवं 9 शिक्षक उपस्थित मिले। श्री बिसेन ने प्रचार्य को निर्देश दिये कि वे गत वर्ष का परीक्षा परिणाम विषयवार कक्षावार प्राचार्य कक्ष की दीवार पर लगाये। उन्होंने निर्देश दिये कि सभी शिक्षक गत वर्ष के परिक्षा परिणाम से 10 प्रतिशत अधिक परिक्षा परिणाम देवे। उन्होने कहा कि ऐसा न होनें पर सभी शिक्षकों की सेवा पुस्तिका में इसकी प्रविष्टी की जाएगी। निरीक्षण के दौरान 103 छात्रों में से मात्र 72 छात्र उपस्थित थे। परिसर में पर्याप्त साफ सफाई नहीं थी एवं टॉयलेट्स गंदे पाये गये। बिसेन ने टॉयलेट एवं स्कूल परिसर को स्वच्छ रखने के निर्देश दिये। उन्होने मौके पर ही कक्षा 10वी के विज्ञान विषय की ग्रह कार्य की कॉपी जांची। उन्होंने 7 सितंबर तक परिसर में व्हालीवॉल, कबड्डी एवं बेडमिंटन का ग्राउड तैयार करा कर इसकी फोटो भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूल में एक अतिरिक्त कक्ष की मांग को देखते हुए संबंधित शाखा से राशि की मांग कर अतिरिक्त कक्ष बनाने के निर्देश दिये। उन्होने टाइम टेबल जो प्राचार्य की अलमारी में बंद था उसे निकाल कर दिवार पर चस्पा करनें के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान बच्चों का शैक्षणिक स्तर कमजोर पाया गया जिस पर नाराजगी व्यक्त कर बिसेन ने सभी विषयवार शिक्षकों को 15 दिवस में बच्चों के शैक्षणिक स्तर को सुधार कर इसकी रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिए।
बिसेन ने प्रात: 10:50 बजे शाउमावि रोहना का आकस्मिक निरीक्षण किया। उपस्थिती पंजी का निरीक्षण करते हुए दो शिक्षक राहुल पूसे एवं सुरेन्द्र कुमार गौर द्वारा हस्ताक्षर करना नहीं पाया गया। प्राचार्य शशि कुमार गौर ने बताया गया कि इनका अवकाश का आवेदन था लेकिन उपस्थिती रजिस्टर में दर्ज नहीं कर पाये। श्री बिसेन ने कहा कि इससे ऐसा प्रतीत होता है कि प्रचार्य ने जानबूझकर सीएल दर्ज नहीं की। वहीं शिक्षक के के पटेल अनुपस्थित पाये गये तथा नवीन प्रकाश, राकेश सराठे, श्रीमती चित्रा टिकारिया एवं शैलबी पंवार को एफएलएन के प्रशिक्षण पर जाना बताया गया। स्कूली बच्चों से पाठ्यपुस्तक से संबंधी सवाल पूछे गये जिनका जवाब छात्र नहीं बता पाए। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बच्चों की विज्ञान एवं भूगोल की उत्तर पुस्तिकाएं नहीं जांची गई जिसका शिक्षकों को तीन दिवस में संतोषजनक जवाब देने के निर्देश दिये गये। छात्रों का शैक्षणिक स्तर संतोषजनक नहीं पाया गया। बिसेन ने शिक्षक राहुल पूसे के लिए निर्देश दिये कि उनके द्वारा कक्षा 9वी में गणित का अध्यापन व्यवस्थित रूप से कराये।
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