भोपाल में रूह कंपा देने वाली घटना का पर्दाफाश : ससुराल वालों ने महिला को 16 साल से बनाया बंधक, मादा कंकाल में बदला जिन्दा शरीर

महिला को इस हालत में पुलिस की टीम ने शनिवार को रेस्क्यू किया

✍️नौशाद कुरैशी की विशेष रिपोर्ट 

राजधानी भोपाल में रूह कंपा देने वाली एक घटना का पर्दाफाश हुआ है। शहर के कोलीपुरा बरखेड़ी इलाके से पुलिस ने 16 साल से कैद एक विवाहित महिला को रेस्क्यू किया है। पुलिस को मामले में पीड़िता के पिता ने शनिवार शाम 4 बजे सूचना दी थी। महिला थाना पुलिस ने जहांगीराबाद पुलिस की मदद से कोली मोहल्ले के एक घर से बेहद गंभीर हालत में या यूं कहें कि मादा कंकाल बन चुकी महिला को रेस्क्यू किया।

मादा कंकाल में तब्दील महिला को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया गया।

फिलहाल वह कुछ भी बोलने या बताने की स्थिति में नहीं है। पुलिस का कहना है कि हालत ठीक होने के बाद बयान लिए जाएंगे। उसके बाद पति समेत ससुराल पक्ष पर कार्रवाई की जाएगी। एडिशनल डीसीपी, जोन-1 रश्मि दुबे के मुताबिक अगर कुछ दिन और देर होती तो महिला की मौत हो जाती। उसका वजन भी महज 35 किलो रह गया है। 

एडिशनल डीसीपी, जोन-1 रश्मि दुबे के मुताबिक अगर कुछ दिन और देर होती तो महिला की मौत हो जाती।

सप्तग्रह से बातचीत में पति और ससुर ने पीड़िता को मानसिक रोगी बताते हुए उसका इलाज चलने की बात कही है। हालांकि परिवार इलाज के पर्चे नहीं दिखा सका। पीड़िता के पति ने बंधक बनाकर रखने की बात से इनकार किया। उसने कहा- चार दिन पहले ही साले और रिश्ते की एक साली ने पत्नी से मुलाकात की थी। अगर बंधक बनाकर रखते तो उनसे मुलाकात क्यों करने देते।

पीड़िता के पति ने बंधक बनाकर रखने की बात से इनकार किया।

बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के पुराने घर के ठीक सामने स्थित गली में पीड़ित महिला का मकान है। अंदर जाने का रास्ता इतना संकरा है कि एक आदमी भी बमुश्किल निकल पाता है। अंधेरे घर में दूसरे फ्लोर पर स्थित कमरे में महिला को बंधक बनाकर रखा गया था। इस कमरे में दिन में भी बगैर लाइट जलाए रोशनी नहीं पहुंचती है।

ससुर ने पीड़िता को मानसिक रोगी बताते हुए उसका इलाज चलने की बात कही है।

2006 में हुई थी शादी, 2 साल बाद मिलना बंद कराया दरअसल, महिला थाने में नरसिंहपुर के किशन लाल साहू ने आवेदन दिया था। किशन लाल के अनुसार उनकी बेटी रानू साहू का विवाह 2006 में भोपाल निवासी योगेंद्र साहू से हुआ था। साल 2008 के बाद से बेटी के ससुराल वालों ने उससे मिलने नहीं दिया। बेटी के बच्चों को भी उससे दूर भेज दिया गया।

शादी के बाद की तस्वीर, जिसमें रानू की हालत बिल्कुल ठीक लग रही है।

ससुराल पक्ष के प्रताड़ित करने के बाद से बेटी की हालत खराब होने की जानकारी पड़ोसियों से मिली। किशन लाल ने पुलिस से बेटी रानू को रेस्क्यू कर इलाज कराने और ससुराल पक्ष के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया।इसके बाद महिला थाना पुलिस ने लोकल थाने की मदद से रानू को रेस्क्यू किया।

भाई बोला- वीडियो पर बहन को देखा, तब आए 

पीड़िता रानू साहू के छोटे भाई शिव कुमार साहू ने बताया कि बहन को ससुराल में बंधक बनाकर रखा गया था। दो दिन पहले बहन उससे मिलने गई। हमें किसी ने सूचना दी थी की रानू को बंधक बनाकर रखा गया है। इसी सूचना के बाद बहन को भेजा था। उसने वीडियो बनाकर भेजा। तब बहन की हालत देखी और पुलिस को साथ लेकर गए। ससुराल से उसे मुक्त कराया।

उसकी हालत बेहद खराब है। वजन मात्र 35 किलो बचा है। उसके साथ अत्याचार किया जा रहा था। इस कारण उसकी हालत ऐसी हुई है। ससुराल वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।


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