तनाव और चिंता से बचने के लिए ध्यान और योग करना चाहिए : डॉ. कामिनी जैन
✍️नर्मदापुरम से राजीव रोहर की रिपोर्ट
शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम द्वारा एनएसएस इकाई द्वारा प्राचार्य डॉ. कामिनी जैन के मार्गदर्शन में एवं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हर्षा चचाने एवं किरण विश्वकर्मा के सहयोग से डॉ. सुस्मित श्रीवास्तव एवं स्वस्तिक नर्सिंग होम नर्मदापुरम, समाजसेवी हिना खान की उपस्थिति में स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर कार्यशाला का आयोजन किया गया है। अतिथियों का स्वागत प्राचार्य द्वारा पौधा देकर किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. कामिनी जैन ने छात्राओं को मार्गदर्शन देते हुए बताया कि स्वास्थ्य जीवन का सबसे अहम पहलू है, स्वस्थ्य रहने से जीवन की गुणवत्ता बेहतर होती है तथा हम ज्यादा से ज्यादा कार्य कर सकते है। शरीर के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी आवश्यक है। तनाव और चिंता से बचने हेतु ध्यान और योग करना चाहिए। डॉ. सुस्मित श्रीवास्तव, स्त्री रोग विशेषज्ञ, ने छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि अच्छा खाना अच्छी नींद एवं 10 - 12 ग्लास पानी, अच्छी सोच और पौष्टिक खाना आपकी जि़ंदगी को बेहतर ख़ुशनुमा बनाता है। वर्तमान जीवनशैली वातावरण का असर शरीर पर पड़ता है। अतः हमें फ़ास्ट फ़ूड, ब्रेड, बिस्किट, नूडल्स, पास्ता, कोल्ड ड्रिंक्स आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। यह बॉडी के हार्माेन्स को ख़त्म कर देता है इससे शरीर का मेटाबॉलिज़्म असंतुलित होता है। अतः अंकुरित अनाज, सब्जि़यां, दालें, फल का सेवन ज्यादा करना चाहिए तथा खाने को ज्यादा देर रखकर नहीं खाना चाहिए, इससे पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं जो शरीर के लिए हानिकारक है। उन्होंने एनीमिया, पीलिया, हैपेटाइटिस बी, मासिक धर्म की बीमारियों से संबंधित विभिन्न कारण एवं उसके निदान के बारे में विस्तृत रूप से बताया। कार्यशाला में छात्राओं ने प्रश्न पूछकर विभिन्न भ्रांतियों का समाधान किया। इस अवसर पर डॉ. रागिनी सिकरवार, डॉ. मनीषा तिवारी, डॉ विजया देवासकर एवं भारी संख्या में छात्राएँ उपस्थित रहीं।
Comments
Post a Comment