प्रज्ञा प्रवाह व्याख्यानमाला : कुशल रणनीतिकार, योद्धा और जनसेवक थीं लोकमाता अहिल्याबाई : प्रमोद शर्मा
✍️नर्मदापुरम से राजीव रोहर की रिपोर्ट
लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर महारानी होने के साथ साथ कुशल रणनीतिकार, योद्धा, संवेदनशील महिला और सच्ची जनसेवक थीं। उनका व्यक्तित्व अनुकरणीय है। यह बात प्रज्ञा प्रवाह के विभाग संयोजक प्रमोद शर्मा ने बुधवार को बीटीआई स्थित एकलव्य आवासीय विद्यालय में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर व्याख्यानमाला के तहत आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए।
श्री शर्मा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि महारानी द्वारा जनहित में जानकारी किए गए वे आज भी याद किए जाते हैं। उनकी जनसेवा का क्षेत्र बहुत व्यापक था। उन्होंने जनता की सेवा के लिए राज्य की सीमाओं में नहीं बांधा। इसके विपरीत समूचे देश में जनहित के कार्य कराए। उन्होंने स्वयं को कभी शासक नहीं माना। वे अपने आप को शिव जी का प्रतिनिधि मानकर ही राज्य का संचालन करती थी। वे आदेश के नीचे राज्य मुद्रा के साथ हस्ताक्षर के स्थान पर श्री शंकर लिख देती थीं। उन्होंने महिलाओं, किसानों और जन सामान्य को सुविधा देने के लिए कई जन कल्याणकारी योजनाएं चलाईं और कार्य किए। महिलाओं के उत्थान और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी उन्होंने क्रांतिकारी कार्य किए।कार्यक्रम का शुभारंभ माता अहिल्या बाई के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर प्राचार्य एचजी दुबे, लखन दुबे, जेपी रघुवंशी, सांस्कृतिक प्रभारी मानस दुबे और शिक्षकगण उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment