हज 2025: दूसरी किस्त की मांग से बढ़ी अकीदतमंदों की मुश्किलें, जमा होंगे 44 अरब रुपये
✍️सप्तग्रह रिपोर्टर
भोपाल। आगामी जून 2025 में होने वाली हज यात्रा के लिए हज कमेटी ऑफ इंडिया ने दूसरी किस्त की वसूली का फरमान जारी कर दिया है। इससे पहले पहली किस्त के रूप में 21 अरब रुपये जमा कराए जा चुके हैं। अब दूसरी किस्त के तौर पर 1,42,000 रुपये प्रति हाजी 16 दिसंबर तक जमा कराने को कहा गया है, जिससे करीब 23 अरब रुपये और जुटने का अनुमान है।
8 महीने पहले वसूली से परेशानी
हज यात्रा के लिए इतनी अग्रिम राशि वसूलने से हाजियों की आर्थिक समस्याएं बढ़ गई हैं। आमतौर पर हज यात्रा के लिए धनराशि जमा करने की समय सीमा यात्रा शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले तक होती थी, जिससे लोगों को धन का प्रबंध करने का पर्याप्त समय मिल जाता था। लेकिन इस बार यात्रा से 8 महीने पहले ही पूरी राशि वसूलने की मांग से अकीदतमंदों का वित्तीय बजट गड़बड़ा गया है।
पहली किस्त के बाद अब दूसरी किस्त की मांग
हज कुर्रा (चयन प्रक्रिया) के तुरंत बाद, 4 अक्टूबर को पहली किस्त की मांग की गई थी, जिसमें 1,30,300 रुपये 11 नवंबर तक जमा कराने को कहा गया। अब दूसरी किस्त के तौर पर 1,42,000 रुपये जमा करने का आदेश जारी हुआ है। हज कमेटी के 70% कोटे के अनुसार, करीब 1.4 लाख हाजी हज कमेटी की व्यवस्था से हज पर जाएंगे।
ब्याज का मामला और शरई सवाल
शरिया कानून के अनुसार, ब्याज लेना और देना हराम है। लेकिन हज कमेटी द्वारा समय से पहले वसूली गई अरबों रुपये की धनराशि बैंकों में रखी जाएगी, जिससे ब्याज के रूप में करोड़ों रुपये प्राप्त होंगे। इस राशि के हज यात्रा में उपयोग से इसे शरई तकाजे के खिलाफ और हराम घोषित करने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
हज कमेटी का तर्क
हज कमेटी ऑफ इंडिया का कहना है कि यह अग्रिम राशि सऊदी अरब में होटलों की बेहतर बुकिंग के लिए जरूरी है। समय पर बुकिंग नहीं होने से भारतीय हाजियों को दूरस्थ और कम सुविधा वाले होटलों में रहना पड़ता है। हालांकि, अकीदतमंदों का कहना है कि इतनी अग्रिम राशि की मांग से उनकी कठिनाइयां बढ़ गई हैं।
मध्य प्रदेश को मिला अतिरिक्त कोटा
हज कमेटी ने इस बार मध्य प्रदेश के लिए 905 अतिरिक्त सीटों का आवंटन किया है, जिससे प्रदेश का कुल कोटा 8,012 हो गया है। इसके अलावा बिना मेहरम हज यात्रा पर जाने वाली महिलाओं के लिए 500 अतिरिक्त सीटें भी आवंटित की गई हैं।
फैक्ट फाइल
कुल भारतीय हाजी: 1.75 लाख
हज कमेटी से जाने वाले: 1.62 लाख
मध्य प्रदेश का कोटा: 8,012
पहली किस्त: ₹1,30,300 (11 नवंबर तक जमा)
दूसरी किस्त: ₹1,42,000 (16 दिसंबर तक जमा)
हज यात्रा: जून 2025
लब्बोलुआब
हज यात्रा की तैयारियों के लिए अग्रिम धनराशि वसूलने के तर्क को सही ठहराया जा सकता है, लेकिन इसकी जल्दबाजी ने हजारों हाजियों के लिए आर्थिक समस्याएं खड़ी कर दी हैं। साथ ही, ब्याज के मुद्दे ने इसे धार्मिक दृष्टिकोण से भी विवादास्पद बना दिया है। हाजियों को इस समस्या से उबारने के लिए सरकार और हज कमेटी को बेहतर समाधान निकालने की जरूरत है।
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