संभागायुक्‍त तिवारी ने टेल क्षेत्र की नहरों का निरीक्षण कर देखी सिंचाई व्यवस्था


  • टेल एरिया तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचाने के दिए निर्देश
  • किसानों ने सिंचाई के लिए टेल एरिया तक पानी न पहुंचने एवं बिजली की अघोषित कटौती की शिकायत की

✍️नर्मदापुरम से राजीव रोहर की रिपोर्ट 

र्मदापुरम संभागायुक्त केजी तिवारी सोमवार को विभिन्न ग्रामों में तवा नहर से हो रही सिंचाई व्यवस्था का जायजा लेने के लिए सिवनी मालवा के टेल एरिया के ग्राम मुड़िया खेड़ी एवं नाहरकोला खुर्द पहुंचे। उन्होंने तवा नहर से सिंचाई के लिए दी जाने वाली जल प्रदाय की स्थिति का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों से चर्चा कर टेल एरिया तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचने की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। संभागायुक्त सबसे पहले ग्राम मुंडिया खेड़ी पहुंचे यहां ग्रामीणों ने बताया कि तवा नहर से सिंचाई के लिए अब तक पानी नहीं पहुंच पाया है। पानी केवल रामपुर एवं गडरिया तक आता है। 12 किलोमीटर में से मात्र 7 किलोमीटर तक पानी आता है और 5 किलोमीटर तक में पानी नहीं आता है। गत वर्ष आखरी समय में एक-दो दिन के लिए बहुत मुश्किल से पानी आया था। पानी न पहुंचने के कारण ग्राम पथाडा की भी नहर बंद है। ग्रामीणों ने बताया कि मुड़िया खेड़ी के जो किसान सक्षम है वह किसान ट्यूबवेल से सिंचाई कर रहे हैं लेकिन जो सक्षम नहीं है वह अब तक पानी के इंतजार में बोअनी तक नहीं कर पाए हैं।


संभागायुक्त ने बताया कि 8 दिन पूर्व तवा नहर से पानी छोड़ा गया है और टेल एरिया तक पानी नहीं पहुंचा है। उन्होंने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से तत संबंध में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि 22 नवंबर तक पानी पहुंच जाएगा। पहले पानी इसलिए नहीं छोड़ा गया था क्योंकि किसानों के खेत तैयार नहीं थे। ग्रामीणों ने मुड़िया खेड़ी खेड़ी उप नहर को सीमेंटेड करने की मांग की। मौके पर मौजूद किसान मोर्चा के पदाधिकारी शंभू सिंह भाटी, अभिषेक चौहान एवं ग्रामीण मनमोहन पटेल, नरेंद्र सिंह चौहान पथाडा के मनमोहन पटेल एवं नरेंद्र सिंह चौहान ने संभागायुक्त को बताया कि बावरिया माइनर में 7 किलोमीटर तक पानी आया है। 5 किलोमीटर तक पानी आना शेष है। सभी किसानों ने मांग की की बावरिया लाइन माइनर 12 किलोमीटर कच्ची नहर है, उसे पक्की की जाए। सभी ग्रामीणों ने बताया कि बिजली रात्रि 12 बजे से सुबह 8 बजे तक आ रही है इससे किसानों को रातजगा करना पड़ रहा है। सभी ग्रामीणों ने मांग की कि बिजली प्रातः 10 बजे से शाम 6 बजे तक दी जाए। किसानों ने बताया की बाबरी रोड पर ओवरलोड डंपर चल रहे हैं जिसके कारण सड़क के टूटने का डर बना हुआ है। ओवरलोड डंपर बंद किए जाएं। किसानों ने बताया कि किसानों को खाद के लिए दो बार लाइन में लगना पड़ता है एक टोकन के लिए, एक खाद के लिए, किसानों ने कहा की टोकन के लिए जब लाइन लगती है तभी उन्हें खाद दे दिया जाए, इससे किसानों को अनावश्यक परेशान नहीं होना पड़ेगा। संभागायुक्त ने सभी मांगों को गंभीरता पूर्व सुना एवं बताया कि 22 नवंबर तक बावरिया माइनर के शेष 5 किलोमीटर तक के टेल एरिया में पानी पहुंच जाएगा। बावरिया माइनर को पक्की करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। 

संभागायुक्त ने कहा की बाबरी रोड पर ओवर लोड डंपर के बारे में जो शासन के नियम है उन्हीं की अनुरूप डंपर चले इसका पालन कराया जाएगा। उन्होंने खाद के लिए किसानों को दो बार लाइन में लगने की बात को गंभीरता से लेते हुए कहा कि जल्द ही इसका संतोषजनक समाधान किया जाएगा। संभागायुक्त के भ्रमण के दौरान संयुक्त आयुक्त विकास जीसी दोहर, अधीक्षण यंत्री जल संसाधन आरआर मीना, कार्यपालक यंत्री तवा परियोजना सिवनी मालवा राज्यश्री कटारे सहित संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।

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