विधानसभा स्थापना दिवस पर नारी शक्ति का सम्मान और लोकतांत्रिक परंपराओं को सहेजने का आह्वान
मध्यप्रदेश विधानसभा का मंगलवार का सत्र कई मायनों में विशेष रहा। आज विधानसभा ने अपनी गौरवशाली यात्रा के 68 वर्ष पूरे किए। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन में सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि आज हम गौरवान्वित हैं कि लोकतंत्र के इस मंदिर की स्थापना के 68 वर्ष पूरे हो गए हैं। यह सदन लोकतंत्र और जनप्रतिनिधियों की सेवा का प्रतीक है, और हमें इसे और मजबूत करना चाहिए।
1956 में इसी दिन विधानसभा का पहला सत्र आयोजित हुआ था, और इस ऐतिहासिक अवसर पर अध्यक्ष ने सदस्यों से विधानसभा की परंपराओं और गरिमा को बनाए रखने की अपील की।
सत्र का प्रश्नकाल महिलाओं के नाम रहा। सात महिला विधायकों ने प्राथमिकता के आधार पर अपने प्रश्न रखे, जिनके उत्तर महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने दिए। महिला विधायकों की सक्रिय भागीदारी ने सदन में नारी शक्ति की सशक्त उपस्थिति को रेखांकित किया। विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने महिलाओं को प्राथमिकता देने के लिए विधानसभा अध्यक्ष का आभार व्यक्त करते हुए इसे नारी सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।
प्रश्नकाल में भाग लेने वाली महिला विधायकों में शामिल थीं:
1. श्रीमती रीति पाठ
2. सुश्री राम श्री (रामसिया भारती)
3. श्रीमती चंदा सुरेंद्र सिंह गौर
4. श्रीमती झूमा (डॉ. ज्ञान सिंह सोलंकी)
5. श्रीमती अर्चना चिटनीस
6. श्रीमती कंचन मुकेश तनवे
7. श्रीमती अनुभा मुंजारे
अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सदन को जानकारी दी कि महिला विधायकों और नए सदस्यों को विशेष अवसर प्रदान करने के लिए हर मंगलवार को उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह व्यवस्था लोकतंत्र को और मजबूत करने और नए जनप्रतिनिधियों को मंच देने का एक सार्थक प्रयास है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस अवसर पर सदन में सत्रों की घटती संख्या पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विधानसभा की बैठकों की संख्या कम हो रही है, जिससे कई महत्वपूर्ण प्रश्न चर्चा से बाहर रह जाते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि सत्रों की संख्या बढ़ाकर 80-100 बैठकें की जानी चाहिए ताकि सदन अधिक प्रभावी बन सके।
इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस विधायक डॉ. राजेन्द्र सिंह ने विकास कार्यों में भेदभाव का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायकों को 15-15 करोड़ की आवंटित धनराशि से वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने समानता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की।
इसके अतिरिक्त, अध्यक्ष ने नीमच विधायक दिलीप सिंह परिहार के जन्मदिन पर सदन की ओर से उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
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