अरबी, फारसी और उर्दू प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रमों में प्रवेश शुरू, 28 फरवरी तक आवेदन


  • भाषा और संस्कृति के प्रति रुचि रखने वाले लोगों के लिए  सुनहरा मौका 
  • 1 अप्रैल से होंगी कक्षाएं; निःशुल्क पुस्तकें और न्यूनतम शुल्क की सुविधा

✍️सप्तग्रह रिपोर्टर 

भोपाल। मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी (संस्कृति परिषद) की देखरेख में राष्ट्रीय उर्दू भाषा एवं विकास परिषद, नई दिल्ली द्वारा संचालित अरबी, फारसी (पर्शियन) और उर्दू भाषा के एक वर्षीय प्रमाण-पत्र पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। इच्छुक अभ्यर्थी 28 फरवरी, 2025 तक आवेदन कर सकते हैं। यह पहल भाषा और संस्कृति के प्रति रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है।

आवेदन प्रक्रिया और स्थान


मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी के निदेशक डॉ. नुसरत मेहदी ने जानकारी दी कि आवेदन पत्र अकादमी के कार्यालय, मुल्ला रमूजी संस्कृति भवन, बाणगंगा रोड, भोपाल से कार्यालयीन समय में प्राप्त और जमा किए जा सकते हैं। आवेदन पत्र सीमित संख्या में उपलब्ध हैं, इसलिए समय पर आवेदन सुनिश्चित करना आवश्यक है। आवेदन पत्र खत्म होने की स्थिति में उसकी छायाप्रति के साथ आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

पाठ्यक्रमों की कक्षाएं और प्रारंभिक तिथियां

पाठ्यक्रमों की कक्षाएं 1 अप्रैल, 2025 से अनिवार्य रूप से शुरू हो जाएंगी। कक्षाएं नियमित रूप से आयोजित की जाएंगी, जिससे अभ्यर्थियों को विषय की गहन जानकारी प्राप्त हो सके।

प्रवेश के लिए आवश्यक योग्यताएं

अरबी भाषा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए उर्दू और अंग्रेजी की प्रारंभिक शिक्षा के साथ उर्दू लिखने और समझने का ज्ञान आवश्यक है। फारसी (पर्शियन) पाठ्यक्रम के लिए उर्दू और अंग्रेजी पढ़ने और लिखने का ज्ञान अनिवार्य है। उर्दू डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए हिंदी या अंग्रेजी का ज्ञान होना आवश्यक है। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किसी भी आयु वर्ग के व्यक्ति आवेदन कर सकते हैं क्योंकि इसमें अधिकतम आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है।

पंजीकरण शुल्क और अन्य सुविधाएं

प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए पंजीकरण शुल्क केवल 200 रुपये निर्धारित किया गया है। इसके अतिरिक्त कोई अन्य शुल्क देय नहीं है। प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम की किताबें निःशुल्क प्रदान की जाएंगी। यह अभ्यर्थियों के लिए एक विशेष लाभ होगा, जो उन्हें पाठ्य सामग्री प्राप्त करने में सहूलियत प्रदान करेगा।

भाषाई शिक्षा को बढ़ावा देने का अवसर

मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की इस पहल का उद्देश्य भाषा और संस्कृति के प्रति रुचि रखने वाले व्यक्तियों को शैक्षिक और व्यावसायिक अवसर प्रदान करना है। अरबी, फारसी और उर्दू जैसी भाषाओं का ज्ञान न केवल सांस्कृतिक और साहित्यिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह रोजगार के क्षेत्र में भी नए रास्ते खोलता है। अभ्यर्थी निर्धारित समयसीमा के भीतर आवेदन कर इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं।



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