मां की स्मृति में शिक्षा को समर्पित भावपूर्ण पहल: राकेश-मोनू पाटीदार ने सरस्वती शिशु मंदिर को सवा लाख रुपए की सहयोग राशि भेंट की
- मां का कोई विकल्प नहीं होता : राकेश पाटीदार
मनावर | सैयद रिजवान अली
‘विद्या दान’ को सर्वोच्च दान मानते हुए मनावर के प्रतिष्ठित युवा समाजसेवी राकेश पाटीदार और नगर भाजपा मंडल अध्यक्ष मोनू पाटीदार ने अपनी माता जी की चतुर्थ पुण्यतिथि पर उनके आत्मकल्याणार्थ एक सराहनीय कार्य किया है। दोनों भाइयों ने सरस्वती शिशु मंदिर, मनावर के नवनिर्माणाधीन भवन के लिए 1 लाख 25 हजार रुपये की सहयोग राशि भेंट की।
इस अवसर पर भावुक होते हुए राकेश जी ने कहा, “मां का कोई विकल्प नहीं होता। आज हम जो कुछ भी हैं, मां के आशीर्वाद और संस्कारों की बदौलत हैं।” उन्होंने अपने उद्बोधन में मां के महत्व को भावनात्मक पंक्तियों के जरिए व्यक्त किया –
“ऊपर जिसका कोई अंत नहीं, उसे आसमां कहते हैं… और जहां जिसका कोई विकल्प नहीं, उसे मां कहते हैं।”
उन्होंने कहा कि माँ केवल जन्म नहीं देती, बल्कि जीवन की राह भी दिखाती है। मां की ममता, उसकी दुआएं और उसका त्याग शब्दों में नहीं बांधा जा सकता।
मोनू पाटीदार ने भी मां की स्मृतियों को साझा करते हुए कहा कि परिवार और समाज के प्रति मां का योगदान अमूल्य होता है। ऐसे में उनकी पुण्यतिथि पर यह सेवा कार्य एक छोटा सा समर्पण है।
दोनों भाइयों ने यह भी कहा कि शिक्षा मंदिरों का विस्तार ही सच्ची श्रद्धांजलि है। समाज में शिक्षा के माध्यम से बदलाव लाया जा सकता है और यदि यह काम माता-पिता की स्मृति में हो, तो उसका पुण्य कई गुना बढ़ जाता है।
सरस्वती शिशु मंदिर परिवार ने इस सहयोग के लिए पाटीदार परिवार का आभार व्यक्त करते हुए इसे शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय उदाहरण बताया। संस्था ने कहा कि यह योगदान स्कूल के निर्माण कार्य को गति देगा और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव मजबूत करेगा।
हमारी नजर : मां के प्रति अटूट श्रद्धा और समाज सेवा के भाव ने इस योगदान को विशेष बना दिया। यह पहल न केवल मातृस्मृति की पावनता को दर्शाती है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में जनसहयोग के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाने का सशक्त संदेश भी देती है।
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